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शिकायतें ऑनलाइन, विभाग ऑफलाइन

रमन त्यागी, रुड़की: गत माह लांच किए गए जन शिकायत निवारण सॉफ्टवेयर से कई महत्वपूर्ण विभाग अब तक नही

By Edited By: Published: Sat, 13 Feb 2016 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 13 Feb 2016 01:00 AM (IST)
शिकायतें ऑनलाइन, विभाग ऑफलाइन

रमन त्यागी, रुड़की:

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गत माह लांच किए गए जन शिकायत निवारण सॉफ्टवेयर से कई महत्वपूर्ण विभाग अब तक नहीं जुड़ पाए हैं जबकि इन विभागों की सबसे अधिक शिकायतें प्रशासन को मिलती है। कुछ विभागों के पास तो कम्प्यूटर तक नहीं है। कुछेक के पास कम्प्यूटर तो हैं लेकिन इंटरनेट कनेक्शन नहीं। नतीजतन विभागों को अब पुराने तरीके से ही शिकायती पत्रों को अग्रसारित करना पड़ रहा है। इससे जहां समय की बर्बादी हो रही है वहीं शिकायतकर्ताओं को समय रहते राहत भी नहीं मिल पाती है।

पिछले दिनों रुड़की के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट मंगेश घिल्डियाल ने जन शिकायत निवारण सॉफ्टवेयर लांच कराया था। जिलाधिकारी ने इसका शुभारंभ किया था। इस सॉफ्टवेयर के जरिये तहसील, चकबंदी, खाद्य आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा विभाग, ब्लाक मुख्यालय, बाट, माप विभाग, गन्ना, कृषि, पशु चिकित्सा, पुलिस समेत करीब 40 विभागों को जोडे़ जाने की तैयारी थी। प्रशासनिक अधिकारियों के पास सबसे अधिक शिकायतें तहसील और चकबंदी विभाग से ही जुड़ी आती हैं। शिकायती पत्र को एसडीएम तहसीलदार, तहसीलदार नायब और होते होते यह लेखपाल के पास पहुंच गये हैं और लेखपालों के पास कम्प्यूटर नहीं है। यही हाल चकबंदी विभाग के लेखपालों का है। नतीजतन चकबंदी और तहसील इस सॉफ्टवेयर से नहीं जुड़ पाये हैं। गन्ना विभाग को लेकर भी किसानों की सबसे अधिक शिकायतें आ रही है लेकिन वह विभाग भी ऑफ लाइन है। इसी तरह से उद्यान विभाग, बाट, माप विभाग, खाद्य सुरक्षा आदि महकमों के पास कम्प्यूटर ही नहीं है। पुलिस से संबंधित शिकायतें भी सबसे अधिक प्रशासन के पास आ रही हैं लेकिन कोतवाली, थाने भी ऑफ लाइन है। ऐसे में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को इन विभागों की शिकायतों को पुराने तरीके से ही डाक के जरिये भेजना पड़ रहा है। जिसमें समय की बर्बादी हो रही है।

'कई विभाग इस सॉफ्टवेयर से नहीं जुड़ पाये हैं, कुछ व्यवहारिक दिक्कतें हैं, कुछ विभाग जुडे़ हुये हैं, उनकी शिकायतों का ऑन लाइन निस्तारण हो रहा है। खाद्य आपूर्ति विभाग की तीन शिकायतें भी, जिनका ऑन लाइन निस्तारण हो चुका है, अब तक कुल 24 शिकायतें निस्तारित हो चुकी हैं, तीन शिकायत ही लंबित पड़ी हुई है।'

मंगेश घिल्डियाल ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की

प्रमाण पत्रों पर रिपोर्ट लगाने के लिये दो कम्प्यूटर

जब से जाति, मूल एवं आय प्रमाण पत्र ऑन लाइन जारी हो चुके हैं, तब से उन पर रिपोर्ट भी लेखपाल को ऑन लाइन ही लगानी पड़ती है। रुड़की तहसील में 65 लेखपाल हैं और अधिकांश कम्प्यूटर तक चलाना नहीं जानते, तहसील में केवल दो ही कम्प्यूटर हैं, उसमें ऑपरेटर की मदद से ही लेखपाल रिपोर्ट लगाते हैं, इस समय तहसील में प्रमाण पत्रों के लिये औसतन 250 प्रार्थना पत्र आ रहे हैं। ऐसे में रिपोर्ट लगाने में भी कई बार देरी होती है।


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