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रानीपुर रेंज में गुलदार देख उत्साहित सैलानी

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: वन्यजीव प्रेमियों के लिए राजाजी पार्क की रानीपुर रेंज के द्वार खुलने के साथ

By Edited By: Published: Wed, 25 Nov 2015 09:48 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2015 09:48 PM (IST)
रानीपुर रेंज में गुलदार देख उत्साहित सैलानी

संवाद सहयोगी, हरिद्वार: वन्यजीव प्रेमियों के लिए राजाजी पार्क की रानीपुर रेंज के द्वार खुलने के साथ ही यहां रौनक लौट आई है। रानीपुर रेंज में पार्क प्रशासन ने चीला रेंज की तर्ज पर ही टूरिस्ट सर्किट की शुरूआत इस वर्ष की है। इस रेंज में सुबह-शाम गुलदार के दीदार होने से यहां आने वाले सैलानियों की संख्या में इजाफा हुआ है।

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हर वर्ष छह माह के लिए खुलने पर राजाजी नेशनल पार्क की रेंज खुलने से यहां देशी-विदेशी सैलानी पार्क में वन्यजीवों के दीदार के लिए पहुंचते हैं। पर्यटक जंगल सफारी के दौरान पहाड़ियों ं की सुंदरता, घाटियों व नदियों के मनोरम दृश्य आनंद लेते हैं। इस बार राजाजी नेशनल पार्क प्रशासन ने रानीपुर रेंज का दायरा बढ़ाकर सैलानियों इस ओर आकर्षित किया है। इस रेंज में हाथी, चीता, भालू, कोबरा, जंगली सुअर, सांभर, भारतीय खरगोश, जंगली बिल्ली और कक्कड़ जैसे वन्यजीवों के दीदार होते हैं। इस रेंज में गुलदार की सबसे अधिक संख्या है। डिप्टी रेंजर राजवीर ¨सह ने बताया कि पिछले साल 15 दिन में मात्र 19 हजार रुपये का राजस्व पार्क प्रशासन को प्राप्त हुआ था। इस वर्ष शुरूआती दस दिनों में ही पार्क प्रशासन ने 46 हजार राजस्व प्राप्त किया है। बताया कि अभी तक 234 भारतीय व छह विदेशी सैलानियों ने जंगल सफारी का लुत्फ उठाया है। सैलानी लक्की, शशांक गुप्ता, आशु, सनवीर चड्ढा आदि का कहना है कि उन्होंने कई बार चीला रेंज में जंगल सफारी की, लेकिन उन्हें गुलदार नहीं दिखा। पहली बार उन्हें सफारी के दौरान अलग-अलग जगह पर गुलदार दिखाई दिए।

बंद होगी छिड़क, रानीपुर व रावली की सीमा

पार्क प्रशासन की ओर से जल्द ही छिड़क, रानीपुर व रावली रौ की सीमाओं को बंद किया जाएगा। इससे रेंज में रहने वाले हाथी, चीता, गुलदार व अन्य जानवर अन्य रेंज में नहीं जा पाएंगे। साथ ही शिकारी भी पार्क में कहीं से भी प्रवेश नहीं कर पाएंगे।

सफारी के दौरान फंसे यात्री

मंगलवार दोपहर तीन बजे की शिफ्ट में जंगल सफारी पर गए हरियाणा के चार लोगों की गाड़ी छिड़क रौ में 500 वर्ष पुराने वट वृक्ष से आगे जाकर फंस गई। जंगल में मोबाइल नेटवर्क न आने के कारण गाड़ी शाम सात बजे तक जंगल में ही फंसी रही। गश्त पर गए वनकर्मियों ने गाड़ी फंसी होने की सूचना डिप्टी रेंजर राजवीर ¨सह को दी। जिसके बाद वह सहायक मनोज व अन्य कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और गाड़ी को कड़ी मशक्कत के बाद जंगल से बाहर निकाला।

'इस बार सैलानियों के लिए रानीपुर रेंज का दायरा बढ़ाया गया है। जिसकी सूचना राजाजी नेशनल पार्क की वेबसाइट पर अपडेट कर दी गई है।'-डीपी उनियाल, रेंजर, रानीपुर रेंज


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