Move to Jagran APP

स्वच्छ पेयजल का ही उपयोग करें: डॉ. सिंह

संवाद सूत्र, धनौरी: पेयजल हमारे जीवन का आधार है। दूसरी ओर यही जल स्वस्थ जीवन के लिए तब समस्या बन जात

By Edited By: Published: Sun, 30 Aug 2015 07:58 PM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2015 07:58 PM (IST)
स्वच्छ पेयजल का ही उपयोग करें: डॉ. सिंह

संवाद सूत्र, धनौरी: पेयजल हमारे जीवन का आधार है। दूसरी ओर यही जल स्वस्थ जीवन के लिए तब समस्या बन जाता है, जब यह दूषित हो जाता है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुचेता ¨सह ने कृषि विज्ञान केन्द्र धनौरी में आयोजित गोष्ठी में यह बातें कही।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि जल के दूषित होने के प्रमुख कारण जानवर तथा मनुष्य जनित गतिविधियां जैसे कूड़ा डालना, नहाना, कपड़े धोना, निष्प्रयोज्य वस्तुएं प्रवाहित करना है। इन गतिविधियों से खुला जल ही नहीं वरन भूमिगत जल भी दूषित हो जाता है। बरसात के मौसम में जगह-जगह जल भराव के कारण यह समस्या और भी विकट हो जाती है। दूषित जल ग्रहण करने व उपयोग में लाने से अनेक संक्रामक व जानलेवा रोगों के होने का खतरा बना रहता है। कहा कि दूषित जल पीने से आंत व पाचन संबंधी रोग, टायफाइड, हेपेटाइटिस ए, डायरिया, पीलिया तथा पोलियो जैसे भयंकर रोग भी हो सकते हैं। इन स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से बचाव के लिए स्वच्छ जल का उपयोग करें। पानी को उबालकर व छानकर पीयें। छत पर रखें टैंकों में क्लोरीन, क्लोरीन डाई आक्साइड तथा ओजोन विकिरण से स्वच्छ किया जा सकता है। बच्चों में दूषित जल से संक्रमण होने का खतरा ज्यादा बना रहता है। इसलिए उनका विशेष ध्यान रखें व खुले हुए जल का प्रयोग न करने दें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.