वार्ता विफल, विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने त्यागा जल
रवासन नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक स्वामी यतीश्वरानंद सहित 22 अनशनकारियों से प्रशासन की वार्ता विफल हो गई। विधायक ने 72 घंटे बाद जल त्यागने का भी ऐलान किया है।
लालढांग। रवासन नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर क्षेत्रीय विधायक स्वामी यतीश्वरानंद सहित 22 अनशनकारियों से प्रशासन की वार्ता विफल हो गई। विधायक ने 72 घंटे बाद जल त्यागने का भी ऐलान किया है। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने अनशन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारियों को समर्थन दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता की समस्याएं भूलकर सरकार घोटाले करने व उसमें लिप्त लोगों को बचाने में जुटी है।
क्षेत्रीय विकास संघर्ष समिति के बैनर तले रवासन नदी तट पर ग्रामीण चौदह दिनों से अनशन कर रहे हैं। शनिवार से क्षेत्रीय विधायक स्वामी यतीश्वरानंद भी अनशन में शामिल हो गए। विधायक सहित कुल 22 लोग अनशन पर बैठे हैं। रविवार को एडीएम प्रशासन जीवन नगन्याल, प्रभारी एसडीएम मोहम्मद नासिर, एसपी सिटी एसएस पंवार मौके पर पहुंचे। प्रशासन की टीम ने विधायक से वार्ता की और पुल को लेकर हो रही कार्यवाही के बारे में जानकारी दी।
लेकिन, अनशनकारियों ने पुल निर्माण का आदेश लाने को कहा। इसके बाद वार्ता टूट गई और प्रशासनिक टीम लौट आई। बाद में नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, सांसद प्रतिनिधि ओम प्रकाश जमदग्नि, भाजपा जिलाध्यक्ष कुलदीप गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष नरेश शर्मा अनशन स्थल पर पहुंचे।
नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि ग्रामीण पुल जैसी जरूरी मांग पर चौदह दिन से अनशन कर रहे हैं। लेकिन, सरकार को उनकी बात नहीं सुनाई दे रही। सरकार या तो घोटाले में लिप्त है या पहले हुए घोटाले के आरोपियों को बचाने में जुटी है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गैरसैंण में विधानसभा सत्र में पूरी ताकत से यह मामला उठाया जाएगा। वहीं, विधायक यतीश्वरानंद ने 72 घंटे बाद जल त्याग की घोषणा की। अब तक अनशनकारी नींबू-पानी ले रहे थे। विधायक ने स्वास्थ्य परीक्षण न कराने की बात भी कही।
कांग्रेस ने साधा भाजपा पर निशाना
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशुल श्रीकुंज ने भाजपा पर रवासन पुल की मांग को लेकर सियासी नौटंकी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सीएम हरीश रावत के प्रयासों से पुल को पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है। भाजपा सांसद व विधायक केवल राजनीति कर रहे हैं।
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