वन विभाग की टीम 48 घंटे बाद पहुंची गांव
संवाद सूत्र, भगवानपुर : पर्यावरण संरक्षण के प्रति वन विभाग कितना सजग है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाय
संवाद सूत्र, भगवानपुर : पर्यावरण संरक्षण के प्रति वन विभाग कितना सजग है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तहसील मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर दूर करौंदी गांव में पहुंचने में वन विभाग की टीम को 48 घंटे लग गए। शनिवार को टीम जांच-पड़ताल को गांव तो पहुंची लेकिन मामले में लीपापोती की जा रही है।
करौंदी गांव स्थित एक कृषि फार्म पर गुरुवार से सागौन और अन्य कीमती पेड़ों को काटने का काम शुरु हो गया था। गुरुवार को ही इस बात की जानकारी वन विभाग को दी गई लेकिन वन विभाग की टीम ने गांव में नहीं पहुंची। इसके बाद शुक्रवार को भी दिन भर पेड़ कटते रहे लेकिन तब भी कोई गांव में नहीं पहुंचा। शुक्रवार को करीब डेढ़ सौ पेड़ काटे जा चुके जबकि वन विभाग पचास पेड़ काटे जाने की अनुमति दिए जाने की बात कहता रहा। 48 घंटे बाद शनिवार को दो वन दारोगा नरेश कुमार, मयंक ¨सह गांव पहुंचे और कृषि फार्म पर जाकर छानबीन शुरु कर दी। उन्होंने बताया कि वह काटे गए पेड़ के तनों को गिन रहे हैं कि कितने पेड़ काटे गए और मौके पर उन्हें कोई नहीं मिला है। दूसरी ओर, रेंजर पीसी शर्मा ने बताया कि इस बाबत रिपोर्ट मांगी गई है। यदि अनुमति से ज्यादा पेड़ कटे हैं, तो कार्रवाई की जाएगी। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब दो दिन तक लगातार पेड़ कटते रहे, तब वन विभाग की टीम मौके पर क्यों नहीं गई। पेड़ कटने के बाद ही टीम जांच-पड़ताल करने क्यों गई। इस सवाल का जवाब देने से वन विभाग के अधिकारी भी कतरा रहे हैं।