तीर्थपुरोहितों ने किया रक्षासूत्रों व यज्ञोपवीत का संधान
संवाद सहयोगी, हरिद्वार : श्रावणी मास पर तीर्थपुरोहितों ने गंगा घाट पर पितृ तर्पण उपाकर्म, रक्षासूत्र
संवाद सहयोगी, हरिद्वार : श्रावणी मास पर तीर्थपुरोहितों ने गंगा घाट पर पितृ तर्पण उपाकर्म, रक्षासूत्र व यज्ञोपवीत आदि कार्यक्रम संपन्न कराए। तीर्थपुरोहितों व ब्राह्मणों के लिए श्रावणी पूर्णिमा महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसमें ब्राह्मण अपने पूरे वर्ष के पापों से मुक्त होता है। इस दौरान गंगा सभा, धर्मरक्षा मिशन, युवा तीर्थपुरोहित समाज व गुरुकुल महाविद्यालय के छात्रों ने जगह-जगह उपकर्म कराए।
रक्षाबंधन पर श्रावणी मास के अवसर पर तीर्थपुरोहितों ने दूध, दही, घी, शहद, गोमूत्र, भस्म, कृतिम आदि से स्नान करके हेमाद्री संकल्प व देवतर्पण, ऋषि तर्पण तथा पितृ तर्पण किया। इस अवसर पर गंगा सभा के महामंत्री रामकुमार मिश्रा ने कहा कि प्रत्येक पुरोहित को श्रावणी उपाकर्म में सम्मिलित होकर अपने आप को तेजस्वी व ऊर्जावान बनाना चाहिए। इस मौके पर श्रीकांत वशिष्ठ, गोपाल प्रधान, प्रदीप झा, भूपेन्द्र पटुवर, यतीन्द्र सिखौला, डॉ. सिद्धार्थ चक्रपाणी, उज्जवल पंडित, शैलेन्द्र खैरवाल, नंदकिशोर आदि शामिल थे। वहीं गुरुकुल महाविद्यालय के छात्रावास के यज्ञ मंडल में गुरुकुल के ब्रह्मचारियों का यज्ञोपवीत संस्कार किया गया। इस दौरान कुलपति डॉ. हरिगोपाल शास्त्री, डॉ. केशव प्रसाद शास्त्री, पं. देवकीनन्दन शास्त्री, पं. हेमन्त तिवारी, गोपीरमण झा आदि शामिल थे। धर्म रक्षा मिशन के तीर्थपुरोहितों ने राजघाट कनखल पर पूजा-अर्चना कर यज्ञोपवीत व रक्षासूत्रों का संधान किया। इस अवसर पर पं. नितिन शुक्ला, संदीप प्रधान, नीरज शुक्ला, विनित पाराशर, जितेन्द्र शुक्ला, योगेन्द्र शुक्ला, अभिनव शुक्ला आदि शामिल थे।