खानपुर विधायक के खिलाफ जांच शुरू
संवाद सहयोगी, रुड़की: दो माह पूर्व बिशनपुर कुंडी में ग्रामीणों के घर पर हुई फाय¨रग और बवाल के मामले क
संवाद सहयोगी, रुड़की: दो माह पूर्व बिशनपुर कुंडी में ग्रामीणों के घर पर हुई फाय¨रग और बवाल के मामले की जांच अब सिविल लाइंस पुलिस करेगी। मई माह में ग्रामीणों ने दर्जाधारी और खानपुर विधायक कुंवर प्रणव ¨सह चैंपियन समेत 50 समर्थकों के खिलाफ जानलेवा हमला समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। रुड़की पुलिस को मामले की जांच मिलने से राजनीतिक हलचल भी शुरु हो गई है।
पथरी थाना क्षेत्र के बिशनपुर कुंडी में दर्जाधारी एवं खानपुर विधायक कुंवर प्रणव ¨सह चैंपियन समर्थकों के साथ खनन पकड़ने गए थे। आरोप था कि विधायक चैंपियन ने बिशनपुर कुंडी निवासी ग्रामीण चरण ¨सह चौहान के घर पर चढ़कर फाय¨रग करते हुए मारपीट की थी। यही नहीं, महिलाओं से अभद्रता करने के भी आरोप लगे थे। घटना से गांव में जमकर बवाल हुआ था। ग्रामीणों ने आरोपियों का घेराव कर लिया था, जिसके बाद वह लोग फरार हो गए थे। इस मामले में चरण ¨सह चौहान ने विधायक कुंवर प्रणव ¨सह चैंपियन और उनके करीब 50 समर्थकों के खिलाफ बलवे और जानलेवा हमले समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। एसएसपी ने इस मामले की जांच अब रुड़की सिविल लाइंस कोतवाली को सौंपी है। इस मामले की जांच कोतवाली सिविल लाइंस के एसआई विनोद ¨सह तेवतिया को सौंपी गई है। विवेचक ने इस मामले से जुड़े सभी अभिलेख अपने कब्जे में ले लिए हैं। विवेचक गांव में जाकर वादी और गवाहों के बयान दर्ज करेंगे।
संयुक्त निदेशक खनिज की तरफ से दर्ज मुकदमे की भी करेंगे जांच
बिशनपुर कुंडी गांव में हुए बवाल के बाद संयुक्त निदेशक भूतत्व एवं खनिज क्रम इकाई देहरादून की तरफ से भी अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले की जांच भी रुड़की कोतवाली के एसआई विनोद तेवतिया को सौंपी गई है। विवेचक विनोद तेवतिया ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि खनन पकड़ने गई टीम पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था। इस मामले में संयुक्त निदेशक भूतत्व एवं खनिज क्रम इकाई देहरादून की ओर से भी मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले की जांच भी वह कर रहे हैं। विवेचक का कहना है कि दोनों मामले एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
जांच पकड़ने में कांप गए दरोगाओं के हाथ
एसएसपी ने बिशनपुर कुंडी गांव में हुए बवाल की जांच रुड़की कोतवाली पुलिस को सौंपी थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो इंस्पेक्टर ने जब यह जांच कोतवाली के दरोगा से करने को कहा तो वह पीछे हट गए। सूत्रों की मानें तो मामला सत्ताधारी पार्टी के विधायकों से जुड़ा होने के कारण कोई भी दरोगा इस पचड़े में पड़ने से बच रहा था। आखिरकार इंस्पेक्टर ने इस मामले की जांच कोतवाली के सबसे पुराने दरोगा विनोद तेवतिया को सौंपी। हाल ही में विधायक कुंवर प्रणव ¨सह चैंपियन के बेटे के सम्मान समारोह में हुई फाय¨रग के मामले में चैंपियन के खिलाफ दर्ज मामले में भी विनोद तेवतिया ही वादी थे।