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शिष्य के लिए गुरु है परमब्रह्म

हरिद्वार : संत चिन्मयानंद बापू ने कहा कि जो मनुष्य अंत:करण के अंहकार को समाप्त कर उसे परमात्मा से मि

By Edited By: Published: Wed, 29 Jul 2015 08:12 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2015 08:12 PM (IST)
शिष्य के लिए गुरु है परमब्रह्म

हरिद्वार : संत चिन्मयानंद बापू ने कहा कि जो मनुष्य अंत:करण के अंहकार को समाप्त कर उसे परमात्मा से मिलने का मार्ग दिखाता है, वहीं गुरु है। शिष्य के लिए उसका गुरु ही परमब्रह्म है। यह बात उन्होंने प्रेमनगर आश्रम में विश्व कल्याण मिशन के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय गुरु पूíणमा पर्व के शुभारंभ अवसर पर कही।

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उन्होंने कहा कि भारतीय धर्म, संस्कृति में गुरु का स्थान ईश्वर से भी ऊंचा है। क्योंकि सद्गुरुदेव ही आत्मा का परमात्मा से मिलन कराते हैं। इस अवसर पर स्वामी रामकुमार ने कहा कि गुरु अपने शिष्यों को ज्ञान देकर उन्हें धर्म और अध्यात्म के मार्ग का अनुगामी बनाता है। गुरु पूíणमा पर्व गुरुजनों के प्रति श्रद्धा, कृतज्ञता प्रकट करने का अवसर है। नगर विधायक मदन कौशिक ने कहा कि संत चिन्मयानंद बापू ने अपने गुरु की कीíत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है। इस मौके पर मेयर मनोज गर्ग, पार्षद कन्हैया खेवड़िया, विजय शर्मा, अनिरुद्ध भाटी, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुरेश गुलाटी, मनोज ¨सघल आदि उपस्थित थे।


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