तटबंध क्षतिग्रस्त, 15 हजार लोग खतरे में
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: श्यामपुर क्षेत्र का कांगड़ी गांव गंगा की कटान की जद में आ गया है। कटान रोक
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: श्यामपुर क्षेत्र का कांगड़ी गांव गंगा की कटान की जद में आ गया है। कटान रोकने के लिए यहां बनाए गए तीन अस्थाई तटबंधों का गंगा की तेज धारा में टूट जाने का खतरा बना हुआ है। इसके चलते क्षेत्र के गाजीवाला, श्यामपुर, सज्जनपुर और बाहर पीली आदि गांवों पर भी खतरा मंडराने लगा है। करीब पंद्रह हजार की आबादी दिन-रात खतरे की जद में रहने को मजबूर है। बावजूद इसके प्रशासन अभी तक यहां पर सहायता को नहीं पहुंचा। तटबंध निर्माण को क्षेत्रीय विधायक और ग्रामीणों ने दो दिन का अल्टीमेटम दिया है।
कांगड़ी गांव के लोगों ने विधायक स्वामी यतीश्वरानंद के नेतृत्व में तटबंध टूटने और खतरे की आशंका के मद्देनजर आपदा प्रबंध अधिकारी मीरा कैन्थूरा से मामले की शिकायत की। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर एसडीएम सदर, तहसीलदार और ¨सचाई विभाग के अक्षम अधिकारियों को भेजने और स्वयं आने की बात कही। विधायक स्वामी यतीश्वरानंद और गांव वालों का आरोप है कि सुबह से शाम तक इंतजार के बावजूद ¨सचाई विभाग के अधिकारियों को छोड़ मौके पर अन्य कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा। इस पर गांव वालों का गुस्सा भड़क गया, उन्होंने ¨सचाई विभाग के एसडीओ चंडी प्रसाद और जेई देवीदत्त को घेर कर विरोध जताना शुरु कर दिया। दोनों अधिकारियों के समझाने और गांव वालों के साथ मौका मुआयना करने पर उनका गुस्सा शांत हुआ।
क्षेत्रीय विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने फोन पर आपदा प्रबंध अधिकारी को स्थिति की गंभीरता का हवाला देते हुए तटबंध के तत्काल निर्माण की बात कही। चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे में तटबंध का निर्माण शुरु नहीं होता तो वह सभी जिलाधिकारी कार्यालय पर बेमियादी धरना-प्रदर्शन शुरु कर देंगे। अधिकारियों का घेराव करने वाले में कांग्ड़ी गांव के उप प्रधान सोमपाल, ¨सह साहाब, राजेश पाल, सुनील पाल, सुंदर, मामचंद, ताराचंद, तेजपाल, धनप्रकाश, मांगेराम, ओमप्रकाश, विपुल, शेखर और मुन्नु प्रमुख थे।
कांगड़ी के साथ आधा दर्जन गांवों पर मंडराया खतरा
गंगा की कटान से तटबंध को नुकसान पहुंचा है। यह ¨चताजनक बात है। उसे ठीक कराने और कटाव रोकने को अन्य उपाय शीघ्र किए जा रहे हैं। गांव को नुकसान नहीं पहुंचने दिया जाएगा।
चंडी प्रसाद, एसडीओ, ¨सचाई विभाग
प्रशासन, ¨सचाई विभाग और आपदा प्रबंधन की लारवाही के कारण ही गंगा के बहाव में तटबंध बहे। पहले से जानकारी दिए जाने के बाद भी कोई फौरी कदम नहीं उठाया, जिससे यह खतरा पैदा हुआ।
स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक, हरिद्वार ग्रामीण
मुझे चार्ज से रिलीव कर दिया गया है। मामला मेरे संज्ञान में लाया गया था। मैंने सभी संबंधित सक्षम अधिकारियों को इस बारे में सचेत कर दिया है। समस्या पर जल्द रहते काबू पा लिया जाएगा।
वीर ¨सह बुधियाल, एसडीएम सदर