शंकराचार्य ने दी उज्जैन कुंभ के बहिष्कार की चेतावनी
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने उज्जैन कुंभ में मह
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने उज्जैन कुंभ में महाकाल मंदिर के दस किमी दायरे में जगह न मिलने पर कुंभ के बहिष्कार की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि चर्चाएं हैं कि उनको महाकाल मंदिर से काफी दूर जगह देने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने आपदा के पुनर्निर्माण कार्यो की बेहतरी को लेकर प्रदेश सरकार की पीठ थपथपाई।
शंकराचार्य बदरीनाथ धाम की यात्रा के बाद मंगलवार शाम को कनखल स्थित अपने आश्रम में वापस लौटे। शंकराचार्य ने कहा कि यात्रा में कुछ कष्ट होना स्वाभाविक है। सरकार ने आपदा के बाद पुनर्निर्माण का काम बेहतर तरीके से किया है। काम अच्छे हुए हैं। इसमें और भी अच्छा करने की संभावना बनी है।
उज्जैन कुंभ में शंकराचार्य को अस्थाई आश्रम के लिए महाकाल मंदिर से दस किलोमीटर दूर जगह देने की चर्चाओं पर पूछे सवाल पर उन्होंने कड़ा विरोध जताया। शंकराचार्य ने कहा कि अगर ज्यादा दूर जगह दी जाती है तो वे उज्जैन कुंभ का बहिष्कार करेंगे। भारत को ¨हदू राष्ट्र बनाने संबंधी सवाल पर शंकराचार्य ने कहा कि भारत तो स्वयं में ¨हदू राष्ट्र है। यहां रामराज स्थापित किए जाने की जरूरत है। इसमें हर धर्म, संप्रदाय के लोगों को अपनी पद्धति के अनुसार आगे बढ़ने का मौका मिले। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर ¨लग फिर शंकराचार्य के निशाने पर रहे। कहा कि उनका समुदाय स्वयं को ¨हदू नहीं मानता है। इसलिए उन्हें ¨हदू मंदिर केदारनाथ में पूजा का अधिकार नहीं है।