बच्चों में बल-बुद्धि बढ़ाने की दवा का परीक्षण शुरू
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में आयुर्वेदिक रोग प्रतिरक्षण
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में आयुर्वेदिक रोग प्रतिरक्षण विधि स्वर्णामृत प्राशनं अभियान शनिवार को शुरू हो गया। पंतजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण ने दीप प्रज्ज्वलित कर दो वर्षीय आरोही को औषधि पिलाकर इस अभियान का शुभारंभ किया।
आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि यह प्रयोग विधि आयुर्वेद की अनुसंधित है। यह प्रयोग हर संतान के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों दृष्टियों से बल-बुद्धिवर्धक है। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी में दिव्यता जागरण संकल्पित करने के लिए यह उपलब्धि महत्वपूर्ण साबित होगी। कहा कि यह विधि बालक को विभिन्न रोग से मुक्त संक्रमणों से लड़ने में शक्ति प्रदान करेगा। इस मौके पर आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डा. डीएन शर्मा, फिल्म प्रोड्यूसर एवं डायरेक्टर कविता चौधरी उपस्थित थे। डा. आरती कामत, वरिष्ठ चिकित्सक डा. महेश्वर बिष्ट आदि ने औषधि केंद्र की व्यवस्था संभाली। आयुर्वेद चिकित्सालय के अधीक्षक डा. अरूण कुमार पांडेय ने बताया कि कुल 289 बच्चों को यहां के चिकित्सकों ने औषधि पिलाई। अभियान में निर्धारित सभी आयु के बच्चों को लेकर उनके अभिभावक पहुंचे थे, लेकिन 10 से 12 आयु वर्ग के बच्चे सबसे अधिक बूथ पर आए। उन्होंने बताया कि आगामी 15 जून, 17 जुलाई, 13 अगस्त, 9 सितंबर, 6 अक्टूबर, 3 नवम्बर व 27 दिसंबर को भी पतंजलि योगपीठ में यह स्वर्णामृत प्राशनं प्रयोग विधि संचालित की जाएगी।