प्रशासन पंद्रह दिन के लिए उर्स में व्यस्त
संवाद सहयोगी, रुड़की: रुड़की प्रशासन पंद्रह दिन के लिए पिरान कलियर उर्स को लेकर व्यस्त हो गया है। एसडी
संवाद सहयोगी, रुड़की: रुड़की प्रशासन पंद्रह दिन के लिए पिरान कलियर उर्स को लेकर व्यस्त हो गया है। एसडीएम मोहम्मद नासिर व तहसीलदार प्रकाश शाह दोनों ही पिरान कलियर में कैंप कर रहे हैं। चकबंदी अधिकारियों तक की ड्यूटी उर्स में लगी है। इससे पुरानी कचहरी में फरियादियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
वैसे तो तहसील प्रशासन पिछले एक सप्ताह से ही पिरान कलियर उर्स की व्यवस्थाओं को लेकर व्यस्त चल रहा है। 23 दिसंबर यानि मंगलवार से प्रशासन की उर्स को लेकर इतनी अधिक व्यस्तता बढ़ जाएगी कि एसडीएम व तहसीलदार ही नहीं बल्कि नायब तहसीलदार व लेखपाल तक भी पिरान कलियर में ही कैंप करेंगे। एएसडीएम रुड़की मोहम्मद नासिर जेएम रुड़की का पद रिक्त होने से एसडीएम का कार्यभार भी देख रहे हैं। अब उन्हें पिरान कलियर मेला अधिकारी भी नियुक्त कर दिया है। इससे उर्स के दौरान फरियादियों को कचहरी में न तो एएसडीएम मिल पाएंगे न एसडीएम। इससे फरियादियों के जरूरी मामलों पर भी कोई सुनवाई नहीं हो पाएगी। दरअसल राजस्व कोर्ट में तो अधिकारियों की उर्स को लेकर बढ़ी व्यस्तता को देखते हुए पत्रावलियों पर मध्य जनवरी के बाद की तारीख लगाई जाने लगी है। अलबत्ता अधिवक्ताओं व सामाजिक संगठनों ने उर्स के दौरान रुड़की में एक अधिकारी की नियुक्ति किए जाने की मांग शासन से की है।
सभी अधिकारी उर्स में लगे हैं। उर्स को सकुशल संपन्न कराने को प्रशासन का पिरान कलियर में चौबीस घंटे सक्रिय रहना जरूरी भी है। पर इस बीच शासन को कोई ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि तहसील में फरियादियों की सुनवाई होती रहे। वह निराश होकर न लौट सके। इसके लिए एक डिप्टी कलेक्टर की नियुक्ति जरूरी है।
-एडवोकेट संजय शर्मा
कचहरी में आने वाले फरियादियों को निराश होकर लौटना न पड़े। इसके लिए उच्च अधिकारियों से वार्तालाप कर जल्द ही कोई व्यवस्था कराई जाएगी। इस संबंध में डीएम से वार्ता हो चुकी है। जल्द ही मुख्य सचिव से वार्तालाप की जाएगी।
-एडवोकेट शमीम अहमद
उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग उत्तराखंड
फरियादियों को निराश होकर न लौटना पडे़। इस ओर जल्दकोई न कोई व्यवस्था करा दी जाएगी। शासन से जिले के चार अधिकारी मांगे हैं। इसमें रुड़की जेएम भी शामिल है। उर्स के दौरान कचहरी में फरियादियों की समस्या भी सुनी जाएगी।
-डी. सेंथिल पांडियन
जिलाधिकारी हरिद्वार