कानून व्यवस्था चुनौती
जागरण संवाददाता, रुड़की: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंड को सांप्रदायिक
जागरण संवाददाता, रुड़की: कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंड को सांप्रदायिक ताकतों की प्रयोगशाला नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने माना कि कानून व्यवस्था के मामले में प्रदेश सरकार के सामने कुछ चुनौती है, लेकिन सरकार इन चुनौतियों को हल कर लेगी। उपाध्याय ने सोमवार को यहां जिला कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की खुफिया एजेंसियों की तुलना में केंद्रीय एजेंसियों के पास ज्यादा संसाधन हैं, इसलिए उन्हें सूचनाओं का आदान-प्रदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वैसे तो छह दिसंबर की घटना की एनआइए समेत विभिन्न एजेंसी जांच कर रही हैं, इसलिए कुछ भी कहना ठीक नहीं है, लेकिन फिर भी यह एक बड़ी घटना है। कुछ लोगों ने देवभूमि का माहौल खराब करने की कोशिश की, लेकिन यहां के नागरिकों की सूझबूझ के चलते यह साजिश नाकाम हुई।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में प्रदेश सरकार अच्छा काम कर रही है। इस अवसर पर प्रदेश सह प्रभारी संजय कपूर, जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र सिंह, विधायक प्रदीप बत्रा, डॉ. संजय पालीवाल, दिनेश कौशिक आदि मौजूद थे।
कार्यकर्ताओं ने लगाया उपेक्षा का आरोप
पत्रकार वार्ता के बाद प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही है। रुड़की में पार्षद एवं मंगलौर में नगर पालिका के सभासद के मनोनयन में ऐसे लोगों को शामिल किया है, जोकि कांग्रेस में नहीं है। इस दौरान कई लोगों ने कुछ कार्यकर्ताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने का आरोप भी लगाया। बैठक में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान का मुद्दा भी उठा, जिसमें कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि किसानों की समस्या हल न हुई तो चुनाव में पार्टी को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
उपाध्याय ने तुषार के परिजनों को दी सांत्वना
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय एवं प्रदेश के सह प्रभारी संजय कपूर ने कृष्णानगर में छह दिसंबर को बम धमाके में मारे गए तुषार के परिजनों को सांत्वना दी। उन्होंने तुषार के पिता की मुख्यमंत्री से वार्ता भी कराई। तुषार धीमान के पिता सतीश धीमान ने कहा जिस स्कूल में उनका बच्चा पढ़ता था, उसका नाम तुषार के नाम पर रखा जाए। उन्होंने किसी चौराहे का नाम भी तुषार चौक करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने फोन पर बातचीत में तुषार के पिता को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ है।
नहीं थम रहे मां के आंसू
किशोर उपाध्याय एवं अन्य कांग्रेसी जब मृतक तुषार के घर पहुंचे तो उन्हें देखकर तुषार की माता फूट-फूटकर रो पड़ी। परिवार के लोगों एवं कांग्रेसियों ने उन्हें सांत्वना देनी की कोशिश की लेकिन मां के आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे।