हाथियों ने रौंदी गन्ने की खड़ी फसल
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पथरी क्षेत्र के छह से अधिक गांवों में हाथियों का आतंक नहीं थम रहा है। हाथ
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: पथरी क्षेत्र के छह से अधिक गांवों में हाथियों का आतंक नहीं थम रहा है। हाथियों के झुंड ने ग्रामीणों की कई बीघा गन्ने की फसल रौंद दी है। हाथियों के आतंक से ग्रामीण भी भयभीत हैं। शुक्रवार रात को भी फेरुपुर, रानीमजरा व मिस्सरपुर गांव में हाथियों ने गन्ने की फसल को रौंदा। उधर लालढांग में भी हाथियों ने ग्रामीणों की फसल को रौंदा।
हरिद्वार रेंज के फेरुपुर, मिस्सरपुर, कटारपुर, विशनपुर कुंडी, नसीरपुर कलां, चांडा, भोगपुर, रानीपुर मंजरा गांवों में पिछले 15 दिनों से हाथियों के झुंड आ रहे हैं। इन गांवों में ग्रामीणों की खड़ी गन्ना की फसल को रौंद रहे हैं। इस क्षेत्र के ग्रामीण हाथियों के आतंक को लेकर लंबे समय से परेशान हैं। हाथियों को रोकने के लिए वन विभाग ने गश्ती टीम को भी नहीं लगाया है। ग्रामीणों को जगह-जगह रात में पहरा देना पड़ रहा है। शुक्रवार रात को भी रानीपुर मंजरा गांव में हाथियों का झुंड आया। हाथियों ने रात के अंधेरे में जमकर गन्ने की दावत उड़ाई। ग्राम प्रधान सविता देवी, सुशील, देशराज, इंद्र प्रताप सिंह राणा, पंकज चौहान, सुशील, विरेंद्र प्रताप, सतीश, तेलू राम सहित आदि ने बताया कि वन विभाग के कर्मचारियों को सूचना देने के बाद भी कर्मचारी नहीं पहुंचे। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों को रोकने के जल्द इंतजाम करने की मांग की है। उधर लालढांग लालढांग के चमरिया, नया गांव, मीठीबेरी, ढंढियानवाला, रसूलपुर, कटेबड गांव में हर रोज हाथी आ रहे हैं। हाथियों ने ग्रामीणों की गन्ने की फसल को बुरी तरह से रौंद दिया है। यहां तक हाथी बस्ती के समीप भी आ रहे हैं। इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना है। सबसे अधिक नुकसान मीठीबेरी में पहुंचाया गया। ग्रामीणों ने रसूलपुर, मीठीबेरी, कटेबड, नया गांव, चमरिया के जंगल की सीमा पर सुरक्षा दीवार बनाने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा कि पहले तो नील गाय, सुअर आदी फसल को नष्ट कर रहे हैं। हाथी भी ग्रामीणों की फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
हाथियों को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने के लिए सभी रेंजों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। रात के समय गश्त तेज करने को भी कहा है।
-संतराम, एसडीओ, हरिद्वार वन प्रभाग