सफाई को लेकर गंभीरता
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहर का वार्ड नंबर दो अंबेडकर नगर, ज्वालापुर स्वच्छ भारत अभियान के बाद भी
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: शहर का वार्ड नंबर दो अंबेडकर नगर, ज्वालापुर स्वच्छ भारत अभियान के बाद भी सफाई को तरस रहा है। सफाई के मामले में वार्ड की हालत किसी मलिन बस्ती से भी बदतर है। हालांकि पार्षद का कहना है कि वार्ड में सफाई व्यवस्था के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
नगर निगम और वार्ड के निर्वाचित जनप्रतिनिधि सफाई को लेकर कितने गंभीर हैं इसकी सच्चाई वार्ड नंबर दो को देखकर पता चल जाएगा। इस वार्ड में संकरी गलियों से लेकर चौड़ी सड़कों वाले कई मोहल्ले इस वार्ड में हैं, पर किसी में सफाई को लेकर गंभीरता नजर नहीं आई। स्थिति यह है कि नालियां पॉलीथिन से चोक हो रही हैं और पानी नालियों से बाहर बह रहा है। कचरा उठाने में मामले में तो सबसे ज्यादा लापरवाही हो रही है। बकरा मार्केट में तो हर समय गंदगी ढेर लगा रहता है।
अंबेडकर नगर के प्रदीप नौटियाल बताते हैं कि यहां तो कई दिनों तक सड़कों पर ही झाड़ू नहीं लगती। लोगों घरों के आगे तो सफाई कर लेते हैं पर सड़क पर गंदगी बिखरी रहती है। इसी मोहल्ले के संजय शक्ति कहते हैं कि वार्ड में कई स्थानों पर नालियां पॉलीथिन से चोक हो रही है पर निगम का कोई सफाई कर्मचारी इसके साफ नहीं करता इसके चलते नाली का पानी सड़कों पर बहता। कभी हफ्ते दो हफ्ते में कोई नाली सफाई के लिए इधर आता है। ज्यादातर समय लोगों को खुद ही अपने घर से सामने की नाली साफ करनी पड़ती है।
सूरज नगर के बलराम सिंह बताते हैं कि यहां कूड़ा उठाने को लेकर बहुत ज्यादा लापरवाही होती है। यहां कुछ अस्थाई डंपिंग जोन बनाए गए हैं, जिन पर कई वार्डो का कचरा पड़ता है। दिन में एक बार तो कचरा उठता है पर समय कोई निर्धारित नहीं है। कभी कभी तो शाम तक कूड़ा नहीं उठता। ऐसे में सड़क से गुजरना मुहाल हो जाता है। राजीव बस्ती की संतोष देवी बताती हैं कि गंदगी की कई बार शिकायत सफाई सुपरवाइजर और पार्षद से की गई पर इसके बावजूद भी इससे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा।
तेलियान के राजीव उनियाल कहते हैं कि यहां से बह रहे नाले की स्थिति तो सबसे ज्यादा गंभीर है। सालों से सफाई न होने के कारण नाले गंदगी से अट गए हैं। कहने के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं देता।
हम अपनी ओर से सफाई व्यवस्था बनाए रखने की पूरी कोशिश करते हैं। सफाई कर्मचारियों को इस बाबत सख्त किया जाएगा। कूड़ा उठाने को लेकर कुछ संसाधनों की भी कमी है।
निशा देवी, पार्षद, अंबेडकर नगर, ज्वालापुर