सफाई अभियान: नगर निगम सुधरा न हम
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: तमाम जागरुकता अभियान और अपीलों के बाद भी शहर में सफाई अभियान का खास असर न
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: तमाम जागरुकता अभियान और अपीलों के बाद भी शहर में सफाई अभियान का खास असर नहीं दिख रहा है। इतने दिनों में न तो नगर निगम की उठान व्यवस्था सुधरी और न ही लोगों की सड़क पर कचरा फेंकने की आदत। स्थिति यह है कि टिबड़ी स्थित मेयर के कार्यालय के सामने ही एक ट्रेंचिंग ग्राउंड सा तैयार हो गया।
शहर की सफाई व्यवस्था को देखकर लगता नहीं कि यहां गांधी जयंती पर शुरू हुए स्वच्छ भारत अभियान का कोई असर नहीं हुआ है। गांधी जयंती के दो दिन बाद तक तो लोगों ने भी कोशिश की और नगर निगम भी सतर्क रहा। अब सबकुछ पुराने ढर्रे पर लौट चुका है। इतने दिनों के बीच कई बार लोगों को जागरूक रखने के लिए विभिन्न संस्थाओं ने अभियान चलाए, जागरुकता रैलियांनिकालीं, अपीलें की, इस्तिहार लगाए। इतना कुछ होने के बाद न तो नगर निगम की कचरा उठाने में सुस्ती कम हुई और न ही लोगों ने इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम उठाया। शहर की सड़कों पर लगे कचरे के ढेर इसके प्रमाण हैं।
स्थिति की गंभीरता इसी से समझी जा सकती है कि नगर निगम के मेयर के टिबड़ी कार्यालय के सामने ही कूड़े के ढेर लग रहे हैं और गंदगी से हाल बुरे हैं। भगत सिंह चौक के पास रेलवे ट्रैक के नीचे काफी भूमि खाली है। स्थानीय लोगों और नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के लिए कूड़ा फेंकने के लिए यह मुफीद स्थान बन गया है। लंबे समय से यहां कूड़ा पड़ने और उठान न होने के कारण यह खाली स्थान ट्रेंचिंग ग्राउंड में परिवर्तित हो रहा है। टिबड़ी फाटक से ज्वालापुर रेलवे स्टेशन तक रेलवे ट्रैक के दोनों कमोवेश यही स्थिति है।
शहर की इस दुर्दशा के लिए केवल नगर निगम ही जिम्मेदार नहीं है, शहर के लोग भी जिम्मेदार हैं। जहां एक ओर नगर निगम कूड़ा उठाने में देरी कर रहा है, तो दूसरी ओर स्थानीय लोग भी कचरा कूड़ेदान में डालने की बजाय जमीन पर ही फेंक जाते हैं। कचरे में खाने योग्य वस्तुएं ढूंढकर आवारा पशु यहां की स्थिति और भी गंभीर बना देते हैं।
दीपावली की व्यस्तता के कारण सफाई व्यवस्था थोड़ी बिगड़ गई थी। जल्द ही पूरे क्षेत्र में सफाई करा दी जाएगी। शहर में सफाई का काम बहुत ज्यादा है, स्थानीय लोगों को भी अपने स्तर से इसमें सहयोग करना चाहिए।
मनोज गर्ग, मेयर, हरिद्वार नगर निगम