निजी नर्सिग होम का स्वच्छता अभियान को ठेंगा
जागरण संवाददाता रुड़की: यूं तो निजी नर्सिग होम सरकारी अस्पताल से बेहतर सुविधाएं देने का दावा करते हैं
जागरण संवाददाता रुड़की: यूं तो निजी नर्सिग होम सरकारी अस्पताल से बेहतर सुविधाएं देने का दावा करते हैं, लेकिन बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में निजी नर्सिग होम सिविल अस्पताल से पीछे हैं। एक ओर जहां सिविल अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्ट के लिए पन्नी समेत डस्टबिन मौजूद हैं, वहीं निजी नर्सिग होम इस कचरे को खुले में फेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं। यह हालत तब है जब शहर में स्वच्छता अभियान जोरशोर से चल रहा है।
शहर में निजी नर्सिग होम की संख्या दो दर्जन से अधिक है, जहां रोजाना बड़ी मात्रा में बायोमेडिकल वेस्ट निकलता है। इन नर्सिग होम में बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। न्यू नेहरू नगर में इसका प्रमाण देखने को मिलता है। यहां के खाली पड़े प्लाट को आसपास स्थित निजी नर्सिग होम और पैथोलाजी लैब संचालक बायोमेडिकल वेस्ट और गंदगी फेंकने के लिए प्रयोग कर रहे हैं। यहां सीरिंज, इंजेक्शन और ग्लूकोज की खाली शीशी, पट्टी, रुई आदि भारी मात्रा में पड़ी है। यही नहीं, घरों का कूड़ा भी यहां फेंका जा रहा है। यह हाल तब है जब स्वच्छ भारत मिशन को लेकर तमाम सामाजिक संगठन, जनप्रतिनिधि, छात्र-छात्राएं आदि अभियान चलाकर जागरुकता का संदेश दे रहे हैं, लेकिन निजी नर्सिग होम संचालक सुधरने का नाम नहीं ले रहे।
दूसरी ओर, सिविल अस्पताल बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण को लेकर गंभीर नजर आ रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने परिसर में काली पन्नी समेत डस्टबिन रखे हैं, जहां इस कचरे को डाला जाता है। डिप्टी सीएमओ केसी ठाकुर ने बताया कि खुले में गंदगी फेंकना गंभीर मामला है। इस बारे में निर्देश जारी किए जाएंगे। बायोमेडिकल वेस्ट खुले में न डाला जाए। निर्देशों का पालन न करने पर कार्रवाई भी जाएगी।
'निजी नर्सिग होम संचालकों को बायोमेडिकल वेस्ट को नियमानुसार निस्तारित करना चाहिए। गंदगी को खुले में नहीं फेंकना चाहिए। इससे बीमारी फैलने का खतरा हो सकता है।'
फोटो.20-हरीश कपूर
'स्वच्छ भारत मिशन का सपना तभी पूरा होगा जब हर कोई शहर को स्वच्छ रखने की खुद जिम्मेदारी समझेगा। निजी नर्सिग होम को गंदगी को डस्टबिन में एकत्रित कर निस्तारित करना चाहिए।'
फोटो.21-राकेश सैनी
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'खुले प्लाट में गंदगी नहीं डालनी चाहिए। इससे शहरवासियों के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा। डस्टबिन का प्रयोग किया जाए, ताकि शहर व गली-मोहल्ले स्वच्छ रह सकें।'
फोटो.22-राजेंद्र सिंह
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'सफाई अभियान को लेकर नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को भी गंभीरता व सख्ती बरतनी होगी, ताकि लोग भी खुले स्थान में कूड़ा डालने से परहेज करें। अधिकारियों का डर निजी नर्सिग होम संचालकों को नहीं है।'
फोटो.23-प्रमोद कुमार