निगम की लापरवाही से छाया अंधेरा
जागरण संवाददाता, रुड़की: रामनगर की दो गलियों में स्ट्रीट लाइट नहीं लग सकी है। बिना स्ट्रीट लाइट के रा
जागरण संवाददाता, रुड़की: रामनगर की दो गलियों में स्ट्रीट लाइट नहीं लग सकी है। बिना स्ट्रीट लाइट के रामनगर की गलियों में अंधेरा कायम है। ऊर्जा निगम ने गलियों में पोल तक नहीं लगाए, जिससे नगर निगम स्ट्रीट लाइट नहीं लगा पाया है।
जानकारी के अनुसार नगर निगम के वार्ड पंद्रह में गली नंबर चार छोटी में 50 से अधिक परिवार रहते हैं, जबकि गली नंबर छह के सामने करीब तीस परिवार निवास करते हैं। इन गलियां में रहने वाले लोग नगर निगम को गृह कर अदा कर रहे हैं, लेकिन लोग सुविधाओं से महरूम हैं। दोनों गलियों में स्ट्रीट लाइट नहीं लगी हैं, जिस कारण वर्षो से गलियों में अंधेरा रहता है। स्थानीय लोगों ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को रामनगर में आयोजित जनता दरबार के दौरान ज्ञापन दिया था। ज्ञापन दिए करीब आठ महीने बीत गए, लेकिन पोल नहीं लग सके। इससे स्थानीय लोगों में रोष है। पार्षद नरेश रानी ने बताया कि पोल लगाने को लेकर ऊर्जा निगम अधिकारियों से मुलाकात की गई, लेकिन कोई हल नहीं निकला है। नगर निगम के सहायक नगर निगम अधिकारी उत्तम सिंह नेगी ने बताया कि ऊर्जा निगम के पोल लगाने के बाद स्ट्रीट लाइट लाएगी। ऊर्जा निगम के सहायक अभियंता एके सिंह ने बताया कि जल्द ही पोल गाड़े जाएंगे। इसके लिए प्रस्ताव पर काम चल रहा है। स्थानीय लोगों की समस्या जल्द दूर की जाएगी।
जनता दरबार में ऊर्जा निगम को ज्ञापन दिया था, जिस पर अधिकारियों ने पोल लगाने को आश्वासन दिया था। आठ महीने से अधिक बीत गए, लेकिन पोल नहीं लगे। अंधेरे में लोगों को जाना पड़ता है।
कमलजीत सिंह, रामनगर
'स्ट्रीट लाइट होने पर गलियों में अंधेरा रहता है। ऐसे में बाहर निकलने में डर लगता है। ऊर्जा निगम को पोल गाड़ने चाहिए, ताकि स्ट्रीट लाइट लग सके। अंधेरे में लोग नालियों में गिर जाते हैं।
कृष्णा सिंह
'दोनों गलियों में अंधेरा होने के कारण पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। कई बार सड़क में गड्ढे में पैर पड़ने से चोट लग जाती है, लेकिन अधिकारियों को किसी की चिंता नहीं है।'
अरुण शर्मा
'आमजन को सुविधाओं को लेकर कर अदा कर रहे हैं। निगम को भी ऊर्जा निगम से वार्ता कर स्ट्रीट लाइट के लिए पहल करनी चाहिये, ताकि आमजन की समस्या समय से दूर हो सके। '
जितेंद्रपाल सिंह,
'बिन पोल के तार झूलते हैं, जिससे हादसा हो सकता है। बावजूद इसके ऊर्जा निगम की नींद नहीं टूट रही है। अधिकारी भी स्ट्रीट लाइट व पोल लगाने को लेकर गंभीर नहीं है।'
यशवीर सिंह