आत्मबोधानंद का अनशन फिर शुरू
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: एंटी माइनिंग फोर्स की ओर से बीते दिनों सीज किए स्टोन क्रशरों को पेनाल्टी लगाने के बाद खोलने के आदेश पर मातृसदन नाराज है। बुधवार को मांगों को लेकर ब्रह्मचारी आत्माबोधानंद ने अनशन फिर शुरू कर दिया। मातृसदन ने भी दोहराया कि मांग पूरी होने तक अनशन जारी रहेगा। इधर, शाम के समय प्रशासनिक प्रतिनिधि ने मातृसदन पहुंचकर मांग पत्र लिया।
स्टेन क्रशरों को बंद किए जाने, गंगा में खनन बंदी का अध्यादेश लाने और अब तक हुए वैध-अवैध खनन की जांच को एसआइटी गठित करने की मांग को लेकर गत 14 जुलाई को मातृसदन के 22 वर्षीय ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने अनशन शुरू किया था। इस दौरान प्रशासन की कई दफा मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद से वार्ता भी हुई पर मातृ सदन लिखित आश्वासनों की मांग पर अड़ा था। 26 जुलाई को एडीएम जीवन सिंह नग्याल, एसपी सिटी सुरजीत सिंह पंवार, एसडीएम सदर बीर सिंह बुधियाल ने मातृसदन पहुंचकर मांगों पर प्रशासन के रुख से स्वामी शिवानंद को अवगत कराया था। प्रशासन की ओर से स्वामी शिवानंद को एक पत्र भी दिया था जो कि डीएम ने शासन को भेजा गया था।
पत्र में अब तक हुई खनन पर कार्रवाई के साथ ही मातृसदन की मांगों पर कार्रवाई के बारे में बताया था। पत्र में कहा था कि वन निगम और गढ़वाल मंडल विकास निगम की खनन लॉट को खोलने से पहले होने वाली जन सुनवाई में मातृसदन का भी पक्ष सुना जाएगा। एडीएम प्रशासन को इसके लिए अधिकृत किया था। इससे संबंधित पहलुओं पर जानकारी देने को दोनों निगमों के अधिकारियों को मातृसदन से वार्ता को भी निर्देशित किया था। मातृसदन ने भी सकारात्मक रुख दिखाते हुए अनशन खत्म करने की घोषणा की थी। एंटी माइनिंग सेल की ओर से जुलाई में सीज किए 17 क्रशरों को पेनाल्टी के बाद खोलने के आदेश पर एक बार फिर मातृ सदन भड़क उठा। मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने इसे लेकर 27 अगस्त से अनशन (तप) का ऐलान किया था। इसके अनुपालन में बुधवार को 22 वर्षीय ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद ने बुधवार से अनशन शुरू कर दिया है। इधर, देर शाम प्रशासनिक प्रतिनिधि ने मातृसदन पहुंचकर मांग पत्र की कॉपी ली। परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने मांग पूरी होने तक अनशन जारी रखने की बात कही।