गुलदार की आवाजाही से लोगों में दहशत
संवाद सहयोगी, रुड़की: गुलदार की आवाजाही से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। इससे किसान खेतों पर चारा लेने जाने से डर रहे तो बाग के रखवाले हमले से आशंकित हैं।
पिछले महीने औरंगाबाद में गुलदार ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया था इसमें एक गुलदार को ग्रामीणों ने घेराबंदी कर मार दिया था। तभी से जंगल से सटे गांवों में गुलदारों की आवाजाही बढ़ती ही जा ही है। पांच दिन पहले कलालहटी गांव में एक किसान के ट्यूबवेल से वन विभाग की टीम ने एक बीमार गुलदार को पकड़ा भी है, पर मादा गुलदार तभी से खेतों में घूम रही है। इस बीच कल रांघड़वाला गांव के पास स्थित एक बाग के रखवालों पर गुलदार ने हमला कर दिया। कील ही टांडा व मजाहिदपुर गांव के ख्रेतों में भी गुलदार दिखने पर किसान व मजदूर खेत का काम बीच में ही छोड़कर गांव में भाग गए। दरअसल गुलदार तो पहले भी खेतों में आते रहे हैं, लेकिन इस बार गुलदार हमला कर रहे हैं।
उप प्रभागीय वन अधिकारी रुड़की आइपीएस रावत का कहना है कि औरंगाबाद में गुलदार की मार देने की घटना के बाद गुलदारों को गुस्सा बढ़ा है। औरंगाबाद के आसपास मादा गुलदार की मौजूदगी बनी हुई है। इसीलिए लोगों को सतर्क किया है। साथ ही वन विभाग की टीम भी कृषि क्षेत्र में गुलदारों की आवाजाही बढ़ने से रोकने के निरंतर प्रयास कर रही है।