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चेतावनी, उत्‍तराखंड में 70 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए उत्तराखंड के लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चल सकता है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 21 Apr 2017 08:12 PM (IST)Updated: Sat, 22 Apr 2017 05:00 AM (IST)
चेतावनी, उत्‍तराखंड में 70 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं
चेतावनी, उत्‍तराखंड में 70 किमी की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में मौसम के मिजाज में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए उत्तराखंड के लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चल सकता है। इसके अलावा कहीं-कहीं 85 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार ओले भी गिर सकते हैं। 

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शुक्रवार केदारनाथ में सीजन का सबसे गरम दिन रहा तो पड़ोसी जिले चमोली में ओलावृष्टि से ठंडक रही। कुमाऊं के पिथौरागढ़ में भी ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने पारे की उछाल पर ब्रेक लगाए रखा। इसके अलावा बेरीनाग में अंधड़ से एक मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना भी है। मलबा आने से कैलास-मानसरोवर पैदल मार्ग भी बंद हो गया है मैदानी क्षेत्रों में हरिद्वार में पारा 42 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जबकि रुड़की में यह 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  

चमोली में बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। जिले के बदरीनाथ और जोशीमठ में बारिश से मौसम एक बार फिर सर्दियों का एहसास करा रहा है। हालांकि पड़ोसी जिले रुद्रप्रयाग में तेज धूप से लोग परेशान रहे। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे नेहरू पर्वतारोहण केंद्र (निम) के मीडिया प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार अप्रैल में पहली बार केदारनाथ में अधिकतम तापमान 21 डिग्री और न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। उन्होंने बताया कि अप्रैल में यह तापमान असामान्य नहीं है, यह 25 डिग्री तक जा सकता है।

पिथौरागढ़ जिले में बारिश के चलते  लखनपुर के पास मलबा आ जाने से कैलास-मानसरोवर यात्रा मार्ग बंद हो गया है। इसकी वजह से भारत चीन व्यापार के लिए गुंजी मंडी भेजा जा रहा भारतीय व्यापारियों का सामान मार्ग में फंस गया है। व्यास घाटी के बूंदी, गुंजी, गब्र्यांग, कुटी, नपल्च्यू आदि गांवो के तमाम परिवार मार्ग में फंस हुए हैं। इन परिवारों के साथ जानवर भी हैं। ये परिवार घाटियों में माइग्रेशन पूरा कर वापस अपने मूल गांवों को लौट रहे हैं।

आसमानी बिजली से ससुर और बहू झुलसे 

चमोली के गैरसैंण विकासखंड के माईथान क्षेत्र में आसमानी बिजली की चपेट में आकर ससुर और बहू झुलस कर घायल हो गए। घटना गुरुवार देर सांय की है। करीब आठ बजे मकान में बिजली गिरने से  60 वर्षीय गोविन्द राम व उनकी पुत्रवधू गंगा देवी गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैरसैंण में उपचार किया जा रहा है।

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