फर्जी दस्तावेजों से वन आरक्षी बने युवक को किया बर्खास्त
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर वन आरक्षी के पद पर नौकर
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर वन आरक्षी के पद पर नौकरी पाने वाले एक युवक को मुख्य वन संरक्षक मानव व संसाधन विकास एवं कार्मिक प्रबंधन ने बर्खास्त कर दिया है। युवक वर्तमान में देहरादून वन प्रभाग में तैनात था। वन आरक्षी के फर्जी दस्तावेजों का खुलासा आरटीआइ की जांच में हुआ था।
लक्ष्मण चौक तपोवन टिहरी गढ़वाल निवासी दिलीप मिश्रा ने इस संबंध में लोक सूचना अधिकारी व प्रभागीय वन अधिकारी देहरादून वन प्रभाग से सूचना मांगी थी। उन्होंने वन आरक्षी के पद पर नौकरी पाने वाले शफीक अहमद के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच कराई तो पता चला कि शफीक अहमद ने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के आधार पर वन विभाग में नौकरी हासिल की थी। जांच में सामने आया कि शफीक अहमद हाईस्कूल पास का जो प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया था वह गुरुकुल मुक्त विश्व विद्यालय वृंदावन मथुरा का था। जब संबंधित विश्वविद्यालय से इस प्रमाण पत्र की पुष्टि कराई गयी तो पता चला कि वर्ष 2005 में शफीक अहमद ने उस अनुक्रमांक से कोई परीक्षा ही नहीं दी थी। शिकायत पर विभागीय जांच के बाद प्रमुख वन संरक्षक मानव संसाधन विकास एवं कार्मिक प्रबंधन मोनिष मल्लिक ने शफीक अहमद को तत्काल प्रभाव से राजकीय सेवा व वन आरक्षी के पद से बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही शफीक अहमद के खिलाफ षड़यंत्र रचकर फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नियुक्ति प्राप्त करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी किये हैं।