मानसून में सुस्त पड़ी चारधाम यात्रा की रफ्तार
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की रफ्तार इन दिनों मानसून के क
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
उत्तराखंड की प्रसिद्ध चारधाम यात्रा की रफ्तार इन दिनों मानसून के कारण धीमी पड़ गई है। वर्ष 2013 की आपदा के बाद भले ही इस वर्ष चारों धामों में पहुंचने वालों की संख्या में रिकार्ड वृद्धि हुई हो, मगर वर्तमान में यात्रियों की संख्या में भारी कमी दर्ज की गई है। मई में जहां चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार तीर्थनगरी में यात्रा के लिए वाहनों की किल्लत बढ़ गई थी वहीं अब चारधाम यात्रा बस टर्मिनल पर वाहनों का जमावड़ा लगा है।
इस वर्ष 27 अप्रैल को चारधाम यात्रा का श्रीगणेश हुआ था। 28 अप्रैल को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुले जबकि दो मई को केदारनाथ व पांच मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा ने गति पकड़ी थी। अप्रैल में ही 13349 यात्री चारधाम यात्रा के लिये पंजीकरण करा चुके थे। जबकि मई में यात्रियों का आंकड़ा पिछले चार वर्षों का रिकार्ड ही तोड़ गया। मई में तीन लाख 69 हजार 610 यात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराया। जबकि जून में यह आंकड़ा एक लाख 94 हजार 681 पहुंच गया। मगर, जून में प्री मानसून व फिर जुलाई के पहले सप्ताह में मानसून आ जाने के कारण चारधाम यात्रा की रफ्तार भी धीमी पड़ गयी। जुलाई में अब तक महज 40 हजार 327 यात्रियों ने ही चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण कराए हैं। चारधाम के साथ पांचवें धाम के रूप में पहचान रखने वाले सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ हेमकुंड साहिब में भी इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं, यहां भी श्रद्धालुओं का आंकड़ा नब्बे हजार को पार कर गया है।
इस वर्ष मई में चारधाम यात्रा पूरे उफान पर रही। देश विदेश के श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए। इस दौर में आलम यह हो गया था कि चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार तीर्थनगरी में वाहनों की किल्लत हो गयी। नतीजतन प्रशासन को कुमाऊं मंडल सहित परिवहन निगम व सिटी बसों को यात्रा में उतारना पड़ गया। हालांकि कुछ समय बाद यह स्थिति भी सामान्य हो गई थी। बहरहाल चारधाम यात्रा की रफ्तार थमने से तीर्थनगरी से यात्रा संचालन करने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के करीब 12 हजार वाहनों का बेड़ा भी यहां थम गया है।
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चारधाम व हेमकुंड साहिब में पहुंचे श्रद्धालुओं की स्थिति
धाम यात्रियों की संख्या
यमुनोत्री 263376
गंगोत्री 311059
केदारनाथ 465193
बदरीनाथ 427968
हेमकुंड साहिब 91343
स्त्रोत: त्रिलोक सेक्योरिटी सिस्टम, ऋषिकेश
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मानसून काल में चारधाम यात्रा में हमेशा ही कमी आ जाती है। अगस्त में फिर से चारधाम यात्रा में तेजी आने की उम्मीद है। इस वर्ष यात्रा का शुरुआती दौर बेहतरीन रहा है।
- सुधीर राय, अध्यक्ष, संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति