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यहां परीक्षा के लिए छात्रों को नापनी पड़ती है 150 किमी की दूरी

जौनसार बावर क्षेत्र के पांच राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में किसी में भी परीक्षा देने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में छात्रो को परीक्षा के लिए लंबी दूरी नापनी पड़ती है।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 21 Feb 2017 12:29 PM (IST)Updated: Wed, 22 Feb 2017 04:00 AM (IST)
यहां परीक्षा के लिए छात्रों को नापनी पड़ती है 150 किमी की दूरी
यहां परीक्षा के लिए छात्रों को नापनी पड़ती है 150 किमी की दूरी

विकासनगर [राकेश खत्री]: जौनसार-बावर सहित पछवादून के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण देकर उनके कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए बनाए गए राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) युवाओं की परेशानी बढ़ा रहे हैं।

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क्षेत्र के पांच संस्थानों में से किसी में भी परीक्षा देने की सुविधा अब तक उपलब्ध नहीं है। इसकी वजह से युवाओं को परीक्षा देने के लिए डेढ़ सौ किमी दूर जिला मुख्यालय देहरादून की दौड़ लगानी पड़ती है। इससे युवाओं का समय भी बर्बाद होता है और पैसे खर्च होते हैं, वो अलग।

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यूं तो सरकार ने जौनसार-बावर व पछवादून के युवाओं को तकनीकी ज्ञान देने के लिए पांच आइटीआइ खोले हैं। लेकिन, इन संस्थानों में प्रशिक्षण ले रहे युवाओं को बुनियादी सुविधाएं ही मुहैया नहीं हो रही हैं। कहीं कक्षों का अभाव है तो कहीं अनुदेशकों की कमी बनी हुई है।

साथ ही यहां किसी भी संस्थान में प्रधानाचार्य का पद ही सृजित नहीं है। इतना ही नहीं, स्थापना के चार दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसी भी संस्थान में अभी तक परीक्षा देने की सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है।

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ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को स्वयं के संसाधनों पर देहरादून निरंजनपुर के संस्थान में परीक्षा देने जाना पड़ रहा है। कई बार मार्ग अवरुद्ध होने के चलते युवा परीक्षा से वंचित रह जाते हैं। जिससे उनके दो वर्ष का प्रशिक्षण बेकार चला जाता है।

परीक्षा के लिए देहरादून की दौड़ लगाने में सबसे अधिक परेशानी युवतियों को झेलनी पड़ती है। वहीं गरीब छात्रों के अतिरक्त पैसे खर्च होते हैं और समय भी बर्बाद होता है।

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इसे लेकर जौनसार-बावर, पछवादून के आइटीआइ का प्रभार संभालने वाले आइटीआइ निरंजनपुर के प्रधानाचार्य अनिल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि परीक्षा केंद्र भारत सरकार के दिशा-निर्देश पर निश्चित किए गए हैं। नए सत्र से विकासनगर में परीक्षा केंद्र बनाने के लिए केंद्रीय श्रम मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा गया है।

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यह है स्थिति

आइटीआइ ग्वासापुल (चकराता)- पंजीकृत युवाओं की संख्या:100, जिला मुख्यालय से दूरी: 120 किमी

आइटीआइ लाखामंडल- पंजीकृत युवाओं की संख्या: 22, जिला मुख्यालय से दूरी: 150 किमी (संस्थान में एक भी अनुदेशक तैनात नहीं)

आइटीआइ साहिया-पंजीकृत युवाओं की संख्या: 50, जिला मुख्यालय से दूरी: 90 किमी

आइटीआइ कालसी: पंजीकृत युवाओं की संख्या 100, जिला मुख्यालय से दूरी: 60 किमी

आइटीआइ विकासनगर: पंजीकृत युवाओं की संख्या: 300, जिला मुख्यालय से दूरी: 50 किमी

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