उत्तराखंड में मंद पड़ी मानसून की रफ्तार, आफत बरकरार
उत्तराखंड में मानसून की रफ्तार फिलहाल मंद है। इसके बावजूद राज्य के पर्वतीय इलाकों में दुश्वारियां अभी भी कम नहीं हुई हैं। 103 संपर्क मार्ग बंद रहने से ग्रामीण खासे परेशान हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में मानसून की रफ्तार फिलहाल मंद है। इसके बावजूद राज्य के पर्वतीय इलाकों में दुश्वारियां अभी भी कम नहीं हुई हैं। 103 संपर्क मार्ग बंद रहने से ग्रामीण खासे परेशान हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 24 से 26 जुलाई तक राज्य में ठीकठाक बारिश हो सकती है और कहीं-कहीं भारी बारिश के भी आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार फिलहाल बारिश की गतिविधि कम रहेगी। अलबत्ता, कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा मिलती रहेगी। उन्होंने बताया कि 24 जुलाई से बारिश में इजाफा होगा और 26 जुलाई तक यह क्रम बना रहेगा।
25 जुलाई को देहरादून, नैनीताल, चंपावत व पौड़ी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी और कहीं बहुत भारी बारिश की संभावना है। हालांकि, अभी इस सिस्टम को मॉनीटर किया जा रहा है।
इस बीच राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के कारण मलबा आने से बंद सड़कें ग्रामीणों को दर्द दे रही हैं। चमोली जिले में 23, पिथौरागढ़ में 20, उत्तरकाशी में 19, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, देहरादून में सात-सात, बागेश्वर में छह, टिहरी में पांच, नैनीताल में चार, अल्मोड़ा में तीन और चंपावत में दो संपर्क मार्ग बंद हैं।
वहीं, चारधाम यात्रा मार्गों पर भी मलबा आने का क्रम जारी है। अलबत्ता, यात्रा सुचारू है। वहीं, कुमाऊं में टनकपुर-तवाघाट हाईवे बलधार के पास चट्टान आने से करीब पांच घंटे बंद रहा।
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