पेज1::सेंट्रल डेस्क::: उत्तराखंड में सिमी आतंकियों की धमक से हड़कंप
संवाद सहयोगी, देहरादून: सिमी के आतंकियों के उत्तराखंड के कोटद्वार में छिपे होने की सूचना से गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय में हलचल मच गई। कोटद्वार में मेरठ एटीएस की कार्रवाई के बाद हरकत में आई उत्तराखंड पुलिस ने आतंकियों की तलाश में संयुक्त कांबिंग शुरू कर दी। डीजीपी बीएस सिद्धू ने बताया कि मेरठ एटीएस ने पुलिस को दो आतंकियों के फोटो भी उपलब्ध कराए हैं, जिनके आधार पर राज्य पुलिस को सतर्क कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि आतंकियों के यूपी के बिजनौर जिले से उत्तराखंड की सीमा में घुसने की सूचना है। उधर, मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पुलिस को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
डीजीपी ने बताया कि 20 सितंबर को कोटद्वार पुलिस को यूपी के बिजनौर पुलिस से सूचना मिली थी कि आतंकी एक कार से क्षेत्र में घुसे हैं। बिजनौर पुलिस ने अपनी जांच के आधार पर बताया कि कार रामपुर से हरिद्वार के लिए बुक कराई गई थी जिसे आतंकियों ने बिजनौर क्षेत्र में चालक को घायल कर लूट लिया था। इस पर कोटद्वार पुलिस ने कौड़िया चेक पोस्ट से कुछ दूर एक स्विफ्ट डिजायर कार (यूपी16एके/6334) को घेर लिया। पुलिस को देखकर कार से उतरकर दो व्यक्ति पुलिस पर फायर झोंकते हुए जंगलों में भाग निकले। इसी बीच सोमवार को एटीएस (मेरठ) की टीम ने स्थानीय पुलिस से संपर्क कर क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया। डीजीपी ने बताया कि मेरठ एटीएस टीम के साथ उत्तराखंड एसटीएफ और एसओजी की टीम भी संयुक्त कांबिंग में जुटी हैं। मंगलवार को सर्च आपरेशन चिलरखाल से सनेह तक के जंगलों में चलाया गया। डीजीपी के मुताबिक मेरठ एटीएस ने उत्तराखंड पुलिस को दोनों आतंकियों के फोटो भी उपलब्ध कराए हैं, जिनके आधार पर यूपी की सीमा से सटे सभी क्षेत्रों में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों आतंकी उन्हीं पांच आतंकियों में से हैं जो एक अक्टूबर 2013 को मध्य प्रदेश के खंडवा जिला जेल से फरार हो गए थे। पिछले दिनों बिजनौर में हुए बम ब्लास्ट में भी इनका हाथ बताया जा रहा है। उधर, मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पुलिस को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। श्री रावत ने पत्रकारों से बातचीत में कहाकि राज्य में आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। लिहाजा, पुलिस आतंकियों को उनके मंसूबों में किसी भी प्रकार से कामयाब न होने दे।