चेतावनी रेखा को छू कर बही गंगा
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: पहाड़ों में लगातार हो रही वर्षा के कारण गंगा फिर से उफान पर आ गई है। जलस्तर बढ़ने के कारण शुक्रवार को गंगा ऋषिकेश में चेतावनी रेखा को छू कर बही। हालांकि इसके बाद गंगा का जलस्तर घटने लगा था।
पिछले कई दिनों से पहाड़ों में लगातार वर्षा हो रही है। इससे सभी नदी नालों में जलस्तर बढ़ गया है। गंगा में भी कुछ दिनों से लगातार जलस्तर में वृद्धि जारी है। गुरुवार को भी तीर्थनगरी में गंगा चेतावनी रेखा से 30 सेंटीमीटर नीचे बह रही थी, जबकि शुक्रवार को सुबह से ही गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने लगी थी। हर घंटे तीन से पांच सेंटीमीटर तक की वृद्धि दिन भर जारी रही। सायं चार बजे गंगा का जलस्तर 339.36 मीटर पहुंच गया था। जबकि दो घंटे बाद ही गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा 339.50 मीटर तक जा पहुंचा। एक घंटे तक इसी स्तर पर गंगा स्थिर रही, जबकि रात्रि आठ बजे जलस्तर घट कर 339.46 मीटर तक आ गया था। शुक्रवार को गंगा का बहाव 1750 क्यूमेक्स मापा गया। गंगा में बढे़ जलस्तर से गंगा के तटीय इलाकों में भू-कटाव का खतरा बढ़ गया है। गंगा की उफनती लहरों से तटीय इलाकों में रह रहे लोग बुरी तरह से सहमे हुए हैं। हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया हुआ है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है, लेकिन अभी तक कोई बस्ती खाली नहीं हो पाई है।