उत्तराखंड में शर्मनाक हार की समीक्षा करेगी प्रदेश कांग्रेस
प्रदेश में शर्मनाक हार की कांग्रेस समीक्षा करेगी। कांग्रेस हाईकमान के रुख को देखते हुए प्रदेश संगठन ने हार के कारणों पर मंथन के लिए 31 मार्च को बैठक बुलाई है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश में शर्मनाक हार की कांग्रेस समीक्षा करेगी। कांग्रेस हाईकमान के रुख को देखते हुए प्रदेश संगठन ने हार के कारणों पर मंथन के लिए 31 मार्च को बैठक बुलाई है।
राज्य की चौथी विधानसभा चुनाव के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को बुरी तरह शिकस्त मिली है। हालत ये रही कि प्रदेश में कांग्रेस की नैया के खेवनहार पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत खुद दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव हार गए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को भी अपनी सीट पर हार नसीब हुई। चुनाव में कांग्रेस की बुरी गत के बाद अब लीपापोती का खेल भी शुरू हो चुका है। पार्टी के भीतर एक तबका जोर-शोर से हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ रहा है।
हालांकि, चुनाव परिणाम के तुरंत बाद ही बुलाई गई पार्टी प्रत्याशियों की बैठक में चुनाव प्रबंधन और रणनीति को लेकर पार्टी के पर्यवेक्षकों और प्रत्याशियों ने सवाल उठाए। हार के चलते सिर फुटव्वल की नौबत देखते हुए प्रदेश संगठन की ओर से 24 मार्च को प्रस्तावित बैठक भी स्थगित कर दी गई।
हालत ये है कि जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों की बैठक भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रदेश मुख्यालय से दूर आयोजित की गई। हार के कारणों पर मंथन को लेकर प्रदेश नेताओं के ढुलमुल रवैये को छोड़ने के संकेत मिले हैं।
बताया जा रहा है कि बीते रोज नई दिल्ली में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने विभिन्न प्रदेश अध्यक्षों से कांग्रेस को मिली पराजय के बारे में फीडबैक लिया। साथ ही हार के कारणों की विस्तृत समीक्षा के दिए गए। बीते रोज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी दिल्ली में मौजूद रहे।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी हाईकमान का निर्देश मिलने के बाद हार के कारणों पर मंथन किया जाएगा। इस सिलसिले में 31 मार्च को प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी के सभी 69 सीटों पर प्रत्याशियों की बैठक बुलाई गई। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय समेत तमाम प्रत्याशी मौजूद रहेंगे।
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