मिशन आक्रोश को देखते हुए परेड ग्राउंड में पुलिस तैनात
सरकार के सकारात्मक रुख और विभाग की कार्रवाई के बाद भले ही सोशल मीडिया पर मिशन आक्रोश शांत हो गया हो, लेकिन पूर्व में दी गई 31 अगस्त की चुनौती को महकमे ने गंभीरता से लिया।
देहरादून। सरकार के सकारात्मक रुख और विभाग की कार्रवाई के बाद भले ही सोशल मीडिया पर मिशन आक्रोश शांत हो गया हो, लेकिन पूर्व में दी गई 31 अगस्त की चुनौती को महकमे ने गंभीरता से लिया। सोशल मीडिया पर खबरें थीं कि 31 अगस्त को मिशन आक्रोश के तीसरे चरण के तहत पुलिसकर्मियों के परिजन परेड मैदान में एकत्र होकर प्रदर्शन करेंगे। इसी को लेकर परेड ग्राउंड में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। हालांकि, अभी तक पुलिस कर्मियों के किसी भी परिजनों के परेड ग्राउंड पहुंचने की सूचना नहीं है।
बता दें कि बीते 16 अगस्त को पुलिस के सिपाहियों ने वेतन विसंगति को लेकर मिशन आक्रोश शुरू किया था। कुछ सिपाहियों ने बाजू पर काली पट्टी बांध कर विरोध भी दर्ज कराया था।
20 अगस्त को उन्होंने सांकेतिक मेस का बहिष्कार किया था। इसके बाद सरकार और विभाग ने वेतन विसंगति को लेकर सकारात्मक रूख दिखाया था। इसके बाद सोशल मीडिया पर मिशन लगभग शांत हो गया था। इसी के समानांतर विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी थी।
इसके तहत प्रदेश में अलग-अलग स्थान पर छह मुकदमे दर्ज हुए थे। इसमें दो सिविलियन और दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार हुए थे। इसके अलावा दो सिपाही बर्खास्त, एक को निलंबित किया गया था। साथ ही एसएचओ कोटद्वार और एसओ कलियर पर भी निगरानी में लापरवाही को लेकर गाज गिरी थी। दोनों को निलंबित कर दिया गया था।
आरोपी राकेश तोमर को किया गिरफ्तार
विकासनगर। पुलिस के मिशन आक्रोश को हवा देने के आरोपी राकेश तोमर पुत्र खेल सिंह निवासी बाड़वाला को पोलिस ने एक दिन के लिए फिर हिरासत में लिया।
बीती 25 अगस्त को पुलिस ने राकेश के खिलाफ मिशन आक्रोश को हवा देने का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने अगले दिन आरोपी क गिरफ्तार कोर्ट में पेश किया था, जहां से उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था। आज देहरादून में पुलिस कर्मियों के परिजनों के आंदोलन की खबर को देखते हुए पुलिस ने राकेश तोमर को हिरासत में लेकर एक दिन के लिए बाउंड किया।
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