सेहत का नगीना है पुदीना
संवाद सहयोगी, विकासनगर: मल्टीपल एक्शन ग्रुप फॉर इंटीग्रेटेड रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी की ह
संवाद सहयोगी, विकासनगर: मल्टीपल एक्शन ग्रुप फॉर इंटीग्रेटेड रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी की हर्बल गार्डन योजना के तहत सोमवार को राजकीय जूनियर हाईस्कूल रुद्रपुर में छात्र-छात्राओं को पुदीना के औषधीय गुणों की जानकारी दी गई। साथ ही औषधि वाटिका भी लगाई गई। सोसाइटी के अध्यक्ष अमित रोहिला ने छात्र-छात्राओं को बताया कि पुदीना का उपयोग बड़ी मात्रा में दवाओं, सौंदर्य प्रसाधनों, पेय पदार्थो, सिगरेट, पान मसाला आदि में सुगंध के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका उड़नशील तेल पेट की शिकायतों में प्रयोग की जाने वाली दवाओं, सिरदर्द, गठिया के मलहम व खांसी की गोलियों, इनहेलरों व मुखशोधकों में काम आता है।
बताया कि स्वदेशी चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद व यूनानी चिकित्सा पद्धति के अनुसार पुदीना सूजन को नष्ट करता है व आमाशय को शक्ति देता है। यह पसीना लाता है तथा हिचकी को बंद करता है। जलोदर व पीलिया में भी इसका उपयोग लाभदायक होता है। आयुर्वेद के अनुसार पुदीने की कच्ची पत्तियां खाने से शरीर की सफाई होती है व ठंडक मिलती है। यह पाचन में सहायता करता है और भूख को बढ़ाता है। पुदीने की चाय या पुदीने का अर्क यकृत के लिए अच्छा होता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में बहुत ही उपयोगी है। मेंथॉल ऑइल पुदीने का ही अर्क है जो दांतों से संबंधित समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है। जहरीले जंतुओं के काटने पर दंश के स्थान पर पुदीने का रस लगा देने से विष का शमन होता है। इसके साथ ही पुदीने की सुगंध से बेहोशी दूर हो जाती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को घर में भी औषधि वाटिका लगाने की सलाह दी। इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक एमएस राठौर, विपिन, योगेश कुमार, हिमांशु आर्य, र¨वद्र कुमार आदि मौजूद रहे।