140 नौनिहालों का परीक्षण, हंगामा
संवाद सहयोगी, विकासनगर : समावेशी शिक्षा के तहत ब्लाक संसाधन केंद्र में विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए परीक्षण शिविर लगाया गया। शिविर में ब्लाक क्षेत्र के 140 नौनिहालों का परीक्षण किया गया। शिविर का उद्घाटन बीईओ उमा पंवार ने किया। उधर, परीक्षण शिविर में आयोजकों की तरफ से 18 वर्ष से अधिक शारीरिक विकलांग युवकों और अन्य महिला-पुरुषों का भी रजिस्ट्रेशन किया गया। मौजूद टीम के पास इनके परीक्षण का कोई साधन मौजूद नहीं होने के कारण इनका परीक्षण नहीं हुआ। इस पर लोगों ने जमकर हंगामा काटा। हालांकि आयोजकों द्वारा अपनी गलती मानने व परीक्षण करने आई टीम के सदस्यों द्वारा समझाने के बाद सभी लोग शांत हो गए।
शिविर में ब्लाक क्षेत्र के छह वर्ष से 18 वर्ष के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों का कानपुर की विशेषज्ञ टीम ने परीक्षण किया और उन्हें प्रमाण पत्र दिए। ब्लाक क्षेत्र के मानसिक पक्षाघात, श्रवण बाधित, मूक बधिर, आटिज्म, अस्थि विकलांग बच्चों का परीक्षण किया गया। गौरतलब है कि ब्लाक क्षेत्र अंतर्गत चार सौ से अधिक बच्चे अलग अलग शारीरिक अक्षमता से ग्रसित हैं, जिन्हें सर्व शिक्षा अभियान के तहत गृह आधारित व विद्यालयी शिक्षा दी जाती है। इसके साथ ही इन बच्चों के अभिभावकों की कार्यशाला भी आयोजित की जाती है, जिससे वे उनकी भावनाओं व इशारों को समझ कर जरूरतों को पूरी करें। समावेशी शिक्षा (सबको समान शिक्षा) के तहत लगाए गए इस शिविर का उद्देश्य इन नौनिहालों को उनकी जरूरत के अनुसार उपकरण मुहैया कराकर उन्हें दैनिक जीवन में सामान्य बच्चों की तरह जीने योग्य बनाना था।
शिविर में कानपुर से आए डॉ. डीके दिवाकर, डॉ. संकल्प शुक्ला, डॉ. राहुल कुमार ने नौनिहालों का परीक्षण कर अक्षमता से संबंधित प्रमाण पत्र दिया। सभी 140 बच्चों को उनकी शारीरिक अक्षमता में उपयोग में आने वाले उपकरण वितरित किए जाएंगे। इस दौरान जिला परियोजना अधिकारी पदमेंद्र सकलानी, बीआरसी बीआर टमटा, रिसोर्स टीचर सुनीता सैनी, सीआरसी हरजेंद्र सिंह, सत्येंद्र रावत, दिग्विजय सिंह, संजय प्रजापति आदि मौजूद रहे।