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दोस्‍त और भाई ने दिया ऐसा दगा कि दहल जाएगी आपकी रूह, जानने को पढ़ें...

पीठ पर छुरा भौंकना किसे कहते हैं, आज अगर सुरेंद्र राणा जिंदा होता तो उससे बेहतर यह बात और कोई नहीं बता सकता था। जिन दोस्‍तों और भाई पर उसने आंख मूूंद कर भरोसा किया वे ही उसकी जान के प्‍यासे बन गए।

By Thakur singh negi Edited By: Published: Sat, 16 Jan 2016 05:40 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2016 09:53 PM (IST)
दोस्‍त और भाई ने दिया ऐसा दगा कि दहल जाएगी आपकी रूह, जानने को पढ़ें...

विकासनगर। पीठ पर छुरा भौंकना किसे कहते हैं, आज अगर सुरेंद्र राणा जिंदा होता तो उससे बेहतर यह बात और कोई नहीं बता सकता था। जिन दोस्तों के साथ कभी वह गांव की गलियों में घूमा करता था, उन्हीं दोस्तों ने उसे ऐसा दगा दिया कि उसे जिंदगी से ही हाथ धोना पड़ा। इस साजिश की कड़ी सच्चाई यह है कि इसमें सुरेंद्र का भाई भी शामिल था। आखिर क्यों गई रची गई यह साजिश, जानते हैं पूरी कहानी...
इस साजिश की शुरुआत हाल ही में हुए पंचायत चुनाव की रंजिश के तहत रची गई। यह रंजिश इतनी गहरी थी कि इसे अंजाम तक पहुंचाने के लिए सुरेंद्र राणा के दोस्तों और भाई यूपी से देहरादून आ पहुंचे। पिकनिक मनाने के नाम पर उसके दोस्त यहां लाए। उसे बेसुध करने को खूब शराब पिलाई गई और फिर गला दबाकर मार दिया।

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एक जनवरी को सुरेंद्र राणा (48 वर्ष) पुत्र महते निवासी ग्राम धनौरा सिल्वर नगर थाना बिनौली जिला बागपत उत्तर प्रदेश अपने रिश्ते के भाई संजीव पुत्र दरियाव सिंह मूल निवासी धनौरा बागपत व हाल निवासी कृष्णा विहार सेवला कलां देहरादून समेत 11 दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने खैरवा के पास टौंस नदी के तट पर गए थे।
पिकनिक मनाकर लौटने के दौरान संजीव ने सुरेंद्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। 13 जनवरी को पिकनिक स्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर खैरवा के पास टौंस नदी से लापता सुरेंद्र का शव बरामद किया गया था। इसके बाद पिकनिक मनाने गए सभी दस लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई।
जांच के दौरान अनिल राणा पुत्र रामपाल सिंह, संजीव राणा पुत्र दरियाव सिंह व विजयवीर उर्फ नीटू मास्टर पुत्र दयाचंद्र सभी निवासीगण ग्राम धनौरा, थाना बिनौली जिला बागपत उत्तर प्रदेश की हत्या में संलिप्तता पाई गई। कड़ी पूछताछ में उन्होंने सुरेंद्र की हत्या की बात स्वीकारी। उनकी निशानदेही पर खैरवा के पास झाड़ियों से मृतक की जैकेट, कुर्ता व मोबाइल बरामद किया है।
पुलिस ने तीनों आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है। एसपी देहात टीडी बेला ने बताया कि अनिल राणा व विजयवीर पहले भी जेल जा चुके हैं।
सात दोस्त भी आए पुलिस के चंगुल में
हत्या की जानकारी होने के बाद भी पुलिस को सच्चाई से दूर रखने वाले सुरेंद्र राणा के सात दोस्त भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। पुलिस ने आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार युवकों की मानें तो हत्यारों ने उन्हें मुंह बंद करने की धमकी दी थी। एसएसपी डा. सदानंद दाते ने बताया कि संजय सिंह पुत्र भोपाल सिंह, जितेंद्र सिंह पुत्र सुखबीर सिंह, अरविंद कुमार उर्फ नीटू पंडित पुत्र राममेहर शर्मा, कुलदीप शर्मा पुत्र सुरेश शर्मा, चंदर पुत्र प्रकाश, कुलदीप सिंह पुत्र रामनिवास व किरनपाल पुत्र महेंद्र सिंह सभी निवासीगण ग्राम धनौरा थाना बिनौली बागपत को गिरफ्तार कर लिया।
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