केदारनाथ यात्रा फिर दो दिन स्थगित
जागरण टीम, देहरादून : मौसम को लेकर केदारनाथ यात्रा पर असमंजस बरकरार है। 11 दिन बाद रविवार सुबह 43 यात्रियों को केदारनाथ रवाना करने के बाद देर शाम प्रशासन ने एक बार फिर यात्रा को 29 जुलाई के लिए स्थगित कर दिया है। रुदप्रयाग के जिलाधिकारी डॉ. राघव लंगर ने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद यह निर्णय लिया गया है। इसके अलावा भूस्खलन से चारधाम यात्रा मार्गो के खुलने और बंद होने का सिलसिला जारी रहा। हालांकि दोपहर बाद बदरीनाथ और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारु कर दिया गया, लेकिन गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मलबा आने से अभी भी बंद है। दूसरी ओर कुमाऊं में कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग 12वें दिन भी नहीं खोला जा सका। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में देहरादून, उत्तरकाशी और नैनीताल में अपेक्षाकृत भारी वर्षा की आशंका है।
रविवार सुबह मौसम साफ देख प्रशासन ने यात्रा के प्रमुख पड़ाव सोनप्रयाग से यात्रियों को केदारनाथ रवाना कर दिया। उनके साथ स्वयं रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी भी गए। गौरतलब है कि लगातार भारी बारिश के चलते बीती 16 और 17 जुलाई को चार धाम यात्रा स्थगित कर दी गई थी। 20 और 21 जुलाई को क्रमश: गंगोत्री-यमुनोत्री व बदरीनाथ यात्रा तो शुरू कर दी गई, लेकिन केदारनाथ पर संशय के बादल छाए हुए हैं। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी डॉ. लंगर ने बताया कि भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर यात्रा को 29 जुलाई तक यात्रा अस्थाई रुप से रोक दिया है।
चमोली में शनिवार रातभर चली बारिश से हुए भूस्खलन के कारण बदरीनाथ हाइवे सुबह करीब दो घंटे बाधित रहा। हालांकि इसके बाद यातायात सुचारु रहा। रविवार को करीब 200 यात्री बदरीनाथ पहुंचे, जबकि 120 यात्री हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुए। उत्तरकाशी जिले में भी हालात बेहतर नहीं हैं। बारिश और भूस्खलन से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सुबह चार घंटे बंद रहा। मार्ग दोपहर बाद ही खोला जा सका। वहीं, उत्तरकाशी और गंगोत्री के बीच हाईवे दो स्थानों पर बंद है। बीआरओ के जवान मार्ग से मलबा हटाने में जुटे हैं।
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