Move to Jagran APP

भारी बारिश से उत्तराखंड में जनजीवन अस्तव्यस्त

लगातार बारिश से समूचे उत्तराखंड में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश समेत कई शहरों में जलभराव से लोग परेशान हैं।

By BhanuEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2015 10:34 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2015 06:59 PM (IST)
भारी बारिश से उत्तराखंड में जनजीवन अस्तव्यस्त

देहरादून। लगातार बारिश से समूचे उत्तराखंड में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश समेत कई शहरों में जलभराव से लोग परेशान हैं। चमोली, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार व रुड़की में भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टी कर दी गई। बदरीनाथ, हेमकुंड, गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा सुचारु है। वहीं केदरानाथ यात्रा फिलहाल रोकी हुई है।
केदारनाथ यात्रा फिलहाल स्थगित

loksabha election banner

रुद्रप्रयाग में सोनप्रयाग से आगे गौरीकुंड हाईवे बंद है। कैदारनाथ पैदल मार्ग जानकीचट्टी में मलबे से अवरुद्ध होने के कारण केदारनाथ की पैदल यात्रा को फिलहाल रोका हुआ है।
बदरीनाथ व हेमकुंड यात्रा जारी
चमोली जनपद में बदरीनाथ हाईवे पर यातायात सुचारु है। वहीं जनपद के 13 संपर्क मार्ग भूस्खलन के चलते बंद हैं। गोविंदघाट से सुबह तीन सौ यात्री हेमकुंड के लिए रवाना हुए।
रात करीब 3:30 बजे से चमोली जिले में बिजली गुल होने से लोगों की परेशानी ओर बढ़ गई है।
नदी नाले उफान पर


ऋषिकेश व आसपास क्षेत्र में मूसलाधार वर्षा जारी है। बारिश से नदी के साथ ही नाले भी उफान पर हैं। भारी बारिश से ऋषिकेश नगर क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र में कई जगह जल भराव हो गया। ड्रैनेज सिस्टम फेल सोने से सड़कें तालाब बन गई हैं। ऋषिकेश-बद्रीनाथ व गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग क्षेत्र में खुले हैं। ऋषिकेश में पिछले 12 घंटों में 105.4 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। गंगा के जलस्तर में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। ऋषिकेश में गंगा अभी भी चेतावनी रेखा (338.50) से एक मीटर 19 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।

कौडियाला में बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध
वर्षा के कारण कौड़ियाला के पास चट्टान टूटने से ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे सुबह करीब नौ बजे बंद हो गया। बीआरओ की टीम मार्ग खोलने के प्रयास में जुटी है। चंद्रभागा नदी के जलस्तर में लगातार बृद्धि हो रही है। बारिश से बालिका इंटर कॉलेज की चारदीवारी ढह गई। सोमेश्वर नगर में घरों में पानी घुस गया। यमकेश्वर में बुकंडी कोडिया मार्ग के साथ ही कौड़िया-देवराना संपर्क मार्ग बंद हो गया। बैराज चीला मार्ग पर बीन नदी में उफान आने से मार्ग पर आवाजाही बंद हो गई है।
विद्युत आपूर्ति ठप
टिहरी में बारिश के चलते कीर्तिनगर, लंबगांव, देवप्रयाग, हिंडोलाखाल आदि स्थानों में बिजली गुल है। इससे सौ से ज्यादा गांव अंधेरे में हैं। साथ ही जनपद के चार संपर्क मार्ग अवरुद्ध हैं। टिहरी झील का जलस्तर 754.60 मीटर पहुंच गया है। फिलहाल कोई खतरा नहीं है।
कई घरों में भरा पानी


रुड़की में बारिश से निचले इलाकों में भरा पानी। कई शिक्षण संस्थाएं बंद कर दी गईं। । बुग्गवाला क्षेत्र में मोहंड रो नदी में जलस्तर बढ़ने से पुल निर्माण से संबंधित सामान बह गया। तीन गांवों में घरों व खेतों में भी पानी घुसने की सूचना है।
मकान गिरा, तीन मवेशी मरे


हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र में भारी बारिश के चलते अलावलपुर गांव में एक मकान गिर गया। इससे तीन मवेशी मर गए। प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
जगह-जगह जलभराव से हरिद्वार में भी जनजीवन प्रभावित हो गया। गंगनहर में भी पानी बढ़ा हुआ है। आपदा कंट्रोल के अनुसार गंगा का जलस्तर 291.5 पर है। बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टी कर दी गई।

सड़कें जलमग्न, बिजली ठप
हरिद्वार के धनौरी क्षेत्र की सड़केँ जलमग्न हो गई। खेत तालाब में तब्दील हो गए। साथ ही विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई।

देहरादून में जलभराव से आफत

देहरादून में लगातार हो रही बारिश से सड़कों के साथ ही मोहल्लों और बस्तियों में पानी घुस गया है। इससे लोगों की मुसीबत बढ़ ग ई। बल्लीबाला, सुभाषनगर, मोथरोवाला, न ई बस्ती मोथरोवाला, शिमला बाई पास रोड, मसंदावाला, करनपुर, डीएल रोड चौक आदि स्थानों पर जलभराव से लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया। वहीं घरों में भी पानी घुस रहा है। बीतीरात बारिश से सेंट मैरी स्कूल की दीवार ढह गई। साथ ही टर्नर रोड बिजलीघर में पानी घुसने से बिजली व्यवस्था प्रभावित हो गई। साथ ही कार्यालय में रखे कंप्यूटर भी खराब हो गए।

छाता लेकर की पढ़ाई

देहरादून में कई स्कूलों में छत टपकने से बच्चों को क्लास रूम में छाता लेकर पढ़ाई करने को मजबूर होना पड़ा। रेसकोर्स, आराघर क्षेत्र में प्राथमिक स्कूलों में यह नजारा देखने को मिला।

कम आए मरीज
देहरादून में बारिश के चलते दून अस्पताल की ओपीडी में काफी कम संख्या में मरीज आए। मरीजों की तादात मात्र एक हजार पहुंची। सप्ताह के पहले दिन अस्पताल में भीड़ रहती थी। दोपहर बारह बजे तक औसतन दो से ढाई हजार के बीच मरीज पहुंचते थे। आज यह संख्या आधी भी नहीं रही।
कुमाऊं में भी मुसीबत बरकरार
हल्द्वानी। कुमाऊं में मौसम खराब है। अधिकांश स्थानों पर बारिश हो रही है। नैनीताल में देर रात बारिश थम गईं थी, लेकिन सुबह फिर तेज बारिश शुरू हो गई है। नैनीताल-हल्द्वानी मार्ग खोल दिया गया है। भवाली व कालादूँगी मार्ग अभी भी बंद हैं।

नैनीताल में मालरोड पर मलबा आने से सड़क बंद है। मलबे की करीब दस फुट ऊंटी ढेर सड़क पर लग गई। इस मलबे को ट्रकों के जरिये हटाया जा रहा है।
पिथौरागढ़ में रात से बारिश थमी है। मुनस्यारी के रालम गांव में फसे 54 बच्चों को रविवार रात को निकाल लिया गया है। पिछले दिनों अस्थायी पुल ध्वस्त हो गया था। रालम ग्लेशियर में कीड़ा जड़ी एकत्रित करने गए बड़ी संखया में बच्चे व् ग्रामीण फंस गए थे।
अल्मोड़ा,बागेश्वर, चम्पावत, ऊधमसिंह नगर जिले में भी हल्की बारिश हो रही है। गौला नदी में सिल्ट आ जाने से फिल्टर प्लांट बंद कर दिया गया है, जिससे कई स्थानों पर पेयजलापूर्ति बाधित रही।
दमुवाधूंगा के समीप बारिश के कारण उफनाए रकसिया नाले में एक लोडर बह गया। हादसे में लोडर चालक समेत तीन लोग काफी दूर तक बहने के बाद किसी तहर किनारे लगे, जिससे बड़ा हादसा टल गया।

चंपावत में स्कूलों की छुट्टी
चम्पावत। भारी बारिश के चलते डीएम ने सात जुलाई को जिले के सभी स्कूलों को बंद रखने के निर्देश जारी किए। चम्पावत में सुबह से झमाझम बारिश हो रही है।
नदी नाले उफान पर


अलमोड़ा में बारिश का कहर जारी है। नदी व नाले उफान पर हैं। सलट विकासखंड़ के मानिला में लोग जान जोखिम में डालकर नाले को पार करने में विवश हैं।
हाईवे बंद
पिथौरागढ़ जिले के कनालीछीना क्षेत्र के छिरकना के पास भूस्खलन से टनकपुर-तवाघाट हाईवे बंद हो गया। सीमा सड़क संगठन कर्मी जेसीबी से मलबा हटाने में जुटे है।
पढ़ें- बदरीनाथ-केदारनाथ यात्रा में मौसम का खलल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.