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संस्कृत सम्मेलन आपदा से उबरने में मददगार

By Edited By: Published: Sat, 23 Aug 2014 01:00 AM (IST)Updated: Sat, 23 Aug 2014 01:00 AM (IST)
संस्कृत सम्मेलन आपदा  से उबरने में मददगार

राज्य ब्यूरो, देहरादून

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राज्यपाल पद से हटाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से बनाए जा दबाव को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे चुके डा अजीज कुरैशी शुक्रवार को विश्व संस्कृत सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे नजर आए। राज्यपाल डा कुरैशी ने कहा कि विश्व संस्कृत सम्मेलन का आयोजन आपदा से पर्यटन व्यवसाय को हुए नुकसान को कम करने और राज्य की छवि बेहतर बनाने में मददगार होगा।

राज्यपाल डा कुरैशी ने दून में 26 से 28 सितंबर तक प्रस्तावित तीन दिनी विश्व संस्कृत सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की। राजभवन में आयोजित बैठक में डा कुरैशी ने कहा कि यह सम्मेलन प्रदेश ही नहीं, देश के लिए भी गौरवशाली होगा। संस्कृत विश्व की सबसे श्रेष्ठ, समृद्ध और वैज्ञानिक भाषा है। इसमें ज्ञान-विज्ञान का अमूल्य भंडार समाहित है। संस्कृत को आम जन की भाषा बनाने के प्रयासों को सम्मेलन से सहायता मिलेगी। उन्होंने आयोजन को कामयाब बनाने के लिए प्रत्येक स्तर पर गंभीर प्रयास करने के निर्देश दिए। देश-विदेश से आमंत्रित अतिथियों के आदर-सत्कार में कमी नहीं रहनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि संस्कृत देवभूमि उत्तराखंड की दूसरी राजभाषा है। संस्कृत भाषा के प्रति वास्तविक सम्मान प्रदर्शित करने को सम्मेलन से जुड़े प्रत्येक अधिकारी, पदाधिकारी और संस्था को पूरा योगदान देना होगा। बैठक में बजट की व्यवस्था, राज्य की विशेष झलक पेश करने को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का चयन, सम्मेलन में पढ़े जाने वाले शोध पत्रों के चयन के लिए गठित संस्कृत विद्वानों की समिति की संस्तुतियों, सुरक्षा प्रबंधों समेत तमाम बिंदुओं पर चर्चा हुई। बैठक में अपर मुख्य सचिव एस राजू, राज्यपाल के सचिव अरुण ढौंढियाल, दून विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विनोद जैन, संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो महावीर अग्रवाल, अपर सचिव राज्यपाल डा निधि पांडे, संस्कृत शिक्षा अपर सचिव विनोद रतूड़ी, परमार्थ निकेतन निदेशक राममहेश मिश्रा समेत कई अधिकारी मौजूद थे।

इनसेट-

दो दिन नाटकों का मंचन

देहरादून: राजभवन प्रेक्षागृह में शनिवार और रविवार को नाटकों का मंचन होगा। शनिवार को शाम सात बजे से नौ बजे तक मीर, टीएस ईलियट, डायलन थामस व बॉब डायलन के काव्य पर आधारित नाटिका 'मिश्रण' का मंचन सुप्रसिद्ध कलाकार टाम आल्टर और उदय चंद्रा करेंगे।


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