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फर्जी आएइएस प्रकरणः रूबी के खिलाफ फाइल हो सकती है चार्टशीट

लाल बहादुर शास्त्री आइएएस अकादमी में हुए बहुचर्चित फर्जीवाड़े के मामले में सोमवार को कोर्ट में आरोपी रूबी चौधरी के खिलाफ चार्जशीट फ़ाइल हो सकती है। फोरेंसिक लैब से भी सभी रिपोर्ट आ गई हैं।

By BhanuEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2015 11:47 AM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2015 01:17 PM (IST)
फर्जी आएइएस प्रकरणः रूबी के खिलाफ फाइल हो सकती है चार्टशीट

देहरादून। लाल बहादुर शास्त्री आइएएस अकादमी में हुए बहुचर्चित फर्जीवाड़े के मामले में सोमवार को कोर्ट में आरोपी रूबी चौधरी के खिलाफ चार्जशीट फ़ाइल हो सकती है। फोरेंसिक लैब से भी सभी रिपोर्ट आ गई हैं। सूत्रों के मुताबिक पत्र में सौरभ जैन का हस्ताक्षर न मिलने के कारण अकादमी के उपनिदेशक सौरभ जैन को राहत मिल सकती है। पत्र के हस्ताक्षर से रूबी की हैंडराइटिंग का मिलान हो गया है।
31 मार्च को मसूरी स्थित लालबहादुर शास्त्री अकेडमी में फर्जी आइएएस का मामला सामने आया था। मुजफ्फरनगर के कुटबी गांव निवासी रूबी चौधरी के खिलाफ अकादमी में फर्जी तरीके से छह माह तक रहने के आरोप लगे थे। इस पर अकादमी प्रशासन की ओर से मसूरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
दो अप्रैल को रूबी ने अकादमी प्रसासन पर आरोप लगाए थे। उसका कहना था कि अकादमी के उपनिदेशक सौरभ जैन के कहने पर वो अकादमी में रह रही थी, जबकि सौरभ जैन ने इससे साफ इन्कार कर दिया था। तीन अप्रैल की रात को मामले की जांच को बनाई गई एसआइटी ने रूबी को गिरफ्तार कर लिया था।
इस दौरान रूबी को चार दिनों तक पुलिस कस्टडी में रखा गया था। इस दौरान मेरठ और अन्य कई जगहों से केस से जुड़े कई सबूत एसआइटी के हाथ लगे थे। रूबी के बहनोई के मेरठ स्थित घर से अकादमी की यूनिफार्म भी बरामद की गई थी। इसके अलावा 50 से अधिक अकादमी की लाइब्रेरी की किताबें भी मिली थी।
16 मई को रूबी चौधरी को जमानत मिल गई थी। रुबी चौधरी ने अकादमी में दाखिल होने संबंधी पत्र में अकादमी उपनिदेशक सौरभ जैन के हस्ताक्षर होने के आरोप लगाए थे। जिस पर पत्र को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था। आज फोरेंसिक जांच के बाद सभी रिपोर्ट आ गई हैं। सूत्रों के मुताबिक पत्र से सौरभ जैन की हैंडराइटिंग का मिलान नहीं हो पाया है। इससे सौरभ जैन को राहत मिल सकती है।
सूत्रों की मानें तो इस पत्र को रूबी ने ही लिखा था। फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट में रूबी की हैंडराइटिंग से पत्र के हस्ताक्षर का मिलान हुआ है। जबकि, रूबी का कहना था कि यह पत्र उन्हें सौरभ जैन ने दिया था। इस पर कोर्ट ने एसआइटी जांच पर सवाल भी उठाए थे। इसके बाद एसटीएफ एसएसपी डॉ. सदानद दाते के प्रभार में दोबारा मामले की जांच शुरू की गई थी।
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