रिजर्व फारेस्ट में डाल रहे फैक्ट्री का कचरा
संवाद सूत्र, रायवाला : वन्य जीवों की सुरक्षा के साथ ही आसपास के वातावरण को साफ सुथरा रखा जाना जरूरी है। फैक्ट्रियों का दूषित पानी व कचरा जंगल में डालना खतरे से खाली नहीं। इस बात की जानकारी शायद बड़कोट रेज के वन कर्मियों को नहीं है। यही वजह है कि वन विभाग की छिद्दरवाला चौकी से कुछ कदम दूर नाले व जंगल में एक मशरूम फैक्ट्री का दूषित पानी व कचरा खुलेआम डाला जा रहा है मगर अधिकारी इस रोकने के लिए कदम नहीं उठा रहे हैं।
छिद्दरवाला से सटे बड़कोट रेंज के जंगल में एक मशरूम फैक्ट्री का कचरा व सैकड़ों लीटर गंदा पानी जंगल में हर रोज डाला जाता है। यह कचरा और पानी खतरनाक रसायन मिश्रित है। इसकी दुर्गध आसपास के पूरे क्षेत्र में फैली जाती है। गंदा पानी डालने से जल स्रोत दूषित हो रहे हैं जिससे गंदा पानी पीने से मवेशी व जंगली जानवार बीमार हो रहे हैं। जंगलों से निकलने वाला यह पानी आगे आबादी क्षेत्र में सिंचाई के काम भी आता है जिससे फसलों को नुकसान हो सकता है। कचरे और गंदे पानी से संक्रामक रोग फैलने की आशंका बढ़ रही है। इन दिनों बरसात है ऐसे में खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है। स्थानीय निवासी अरजिंदर सिंह, दिनेश, रोशन सिंह, प्रताप सिंह, बलराम आदि ने बताया कि गंदे पानी व कचरे की दुर्गध गांव तक फैल रही है। गंदे पानी की वजह से जहरीले मच्छर व अन्य कीट पैदा हो गए हैं जो कि बेहद खतरनाक हैं। खास बात यह है कि कचरा डालने का काम वन विभाग की छिद्दरवाला चौकी से चंद कदम दूरी पर हो रहा है। विभागीय अधिकारियों को इस बात की खबर न हो ऐसा होना मुमकिन नहीं है। ऐसे में स्थानीय वन कर्मियों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
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मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि कोई फैक्ट्री वाले जंगल में कचरा और गंदा पानी डाल रहे हैं। यह गंभीर बात है। इसकी जांच कराई जाएगी , यदि ऐसा है तो निश्चित रूप से कार्रवाई होगी।
हरि सिंह रावत, वन क्षेत्राधिकारी बड़कोट