सचिवालय पर गरजे पीआरडी जवान
जागरण संवाददाता, देहरादून: नियमितीकरण समेत चार सूत्रीय मागों को लेकर पीआरडी जवानों ने सचिवालय पर जमकर प्रदर्शन किया। जवानों ने एक्ट में संशोधन कर उन्हें नियमित करने व युवा कल्याण विभाग से अलग किए जाने की मांग उठाई। परेड ग्राउड से दर्शनलाल चौक, घटाघर, राजपुर रोड होते हुए जवान सचिवालय पहुंचे। जहां पुलिस ने बेरिकेडिंग लगा उन्हें रोक लिया। इस दौरान बेरिकेडिंग लांघने को लेकर पुलिस व पीआरडी जवानों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। बाद में वह बेरिकेडिंग पर ही धरने पर बैठ गए।
शुक्रवार को प्रातीय रक्षक दल हित संगठन के बैनर तले पीआरडी जवानों ने सचिवालय में अपनी चार सूत्रीय मागों पर जमकर प्रदर्शन किया। काफी देर प्रदर्शन करने के बाद पुलिस पीआरडी जवानों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गई। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार मंद्रवाल ने बताया कि 12 वषरें में शासन प्रशासन से वार्ता, धरना, प्रदर्शन, हड़ताल व भूख हड़ताल आदि करने के बाद भी आज तक उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई। उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही है। पीआरडी जवान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। जबकि वे हर जगह पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते हैं। उन्होंने पीआरडी जवानों को राज्य कर्मचारियों की भांति नियमित करने, अलग से ढाचा तैयार कर युवा कल्याण विभाग से अलग किये जाने की बात कही। इस दौरान वीर सिंह रावत, वीरेन्द्र बिष्ट, अनिता रावत, सुरेश, राजेन्द्र सिंह, मोहन कुमार, गौरव, वेदपाल, नरेश कुमार, महिपाल, शारदा देवी, विनोद राणा, परमेश कुमार समेत अन्य पीआरडी जवान मौजूद रहे।
यह हैं मागें
-पीआरडी एक्ट में संशोधन कर जवानों को राज्य कर्मचारियों की भांति नियमितीकरण।
-एक अलग ढाचा तैयार कर युवा कल्याण विभाग से अलग किया जाए।
-ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो जाने पर 10 लाख का बीमा व उसके स्थान पर परिवार के किसी एक व्यक्ति को नौकरी।
-पीआरडी जवानों की भर्ती एवं सेवा निवृत्ति की आयु एवं शैक्षिक योग्यता का निर्धारण।