राजजात में संचार सेवा रहेगी दुरुस्त
राज्य ब्यूरो, देहरादून: श्री नंदा देवी राजजात की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस की तैयारियां जोरों पर हैं। पुलिस यात्रा को सुरक्षित और निरापद बनाने के लिए इस बार आधुनिक उपकरणों का भी सहारा लेगी। पुलिस ने इसके लिए संचार व्यवस्थाओं पर अधिक फोकस किया है। मुख्य फोकस वेदनी से होमकुंड तक रखा गया है, जहां संचार की कोई सुविधा नहीं है। इसके लिए सेटेलाइट फोन का प्रयोग करने का निर्णय लिया गया है।
उत्तराखंड में हर 12 वर्ष में होने वाली नंदा देवी राजजात यात्रा गत वर्ष आपदा के कारण टल गई थी। इस वर्ष इस यात्रा में हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना है। यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए शासन-प्रशासन स्तर पर कई बार बैठकें हो चुकी हैं। इसमें तमाम विभागों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस की प्रमुख जिम्मेदारी यात्रा मार्ग में व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखना है। इस संबंध में कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं। इसी कड़ी में पुलिस के जिम्मेदारी सुरक्षा और संचार व्यवस्थाएं दुरुस्त रखना है। इसके लिए पुलिस की ओर से खासा होमवर्क हो चुका है। इस मार्ग पर सौ से अधिक एसडीआरएफ के प्रशिक्षित जवान लगाए जाएंगे। पुलिस यात्रा में संचार व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए यहां संचार के आधुनिक माध्यमों का प्रयोग करेगी। नंदा देवी राजजात मार्ग पर यूं तो विभिन्न स्थानों पर मोबाइल कंपनियों के टावर लगे हैं, मगर यात्रा के अहम और प्रमुख पड़ाव बाण से आगे सिग्नल निरंतर कमजोर पड़ जाते हैं। वेदनी के आगे यह सिग्नल मिलने बंद हो जाते हैं। यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए सूचनाओं के आदान प्रदान में मौसम बाधा न बनें इसके लिए पुलिस ने संचार के आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करने का निर्णय लिया है। इसके तहत पुलिस सेटेलाइट फोन रखने और वायरलैस सिस्टम के साथ ही विभिन्न स्थानों पर रिपीटर भी लगाएगी ताकि सिग्नलों की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाया जा सके। इसके अलावा पुलिस के जवानों को आधुनिक उपकरणों से भी लैस रखा जाएगा ताकि आपदा जैसी स्थिति आने पर इससे निपटा जा सके।
अपर पुलिस महानिदेशक आरएस मीणा का कहना है कि यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस की ओर से हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं। इसके लिए सुरक्षा और संचार के उपकरण भी लिए जा रहे हैं।