ऋषिकेश में उफनती नदी में फंसी बस, यात्रियों की अटकी जान
ऋषिकेश में 50 यात्रियों की जान उस समय बन आई, जब यात्रियों से भरी बस बिन नदी के तेज उफान में फंस गई। यात्रियों को इमरजेंसी गेट से बाहर निकाला गया।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: ऋषिकेश के बैराज-चीला मार्ग पर पड़ने वाली बीन नदी में यात्रियों से भरी एक बस नदी के उफान में फंस गई। बस में सवार 50 यात्रियों को सकुशल बचा लिया गया। करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद खड्ड में फंसी बस को भी बाहर निकाला जा सका।
मध्यप्रदेश के इंदौर से 50 यात्रियों का एक दल ऋषिकेश घूमने आ रहा था। ऋषिकेश-हरिद्वार हाईवे मार्ग में लगे जाम को देखते हुए पुलिस ने बस को हरिद्वार से वाया चीला-बैराज ऋषिकेश के लिए भेज दिया। यहां बीन नदी को पार करते समय जैसे ही बस आखिरी रपटे को पार कर रही थी, तभी तेज बहाव की चपेट में आकर बस बहने लगी और बस के पिछले टायर नदी के एक खड्ड में फंस गए। बस के उफान में फंसने से बस में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना प्रभारी लक्ष्मणझूला अमरजीत सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
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पुलिस ने बस के इमरजेंसी द्वार और बस चालक के दरवाजे से यात्रियों को सकुशल बाहर निकाला। इस बीच नदी में पानी भी बढ़ने लगा, जिससे बस के बहने का खतरा बढ़ गया। पुलिस ने पहले ट्रैक्टर ट्रॉली की मदद से बस को बाहर निकालने की कोशिश की। मगर, जब सफलता नहीं मिली तो जेसीबी की मदद ली गई। करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद सुबह करीब साढ़े नौ बजे बस को बाहर निकाला गया। जिसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।
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आंख खुली तो चारों ओर पानी था
मध्यप्रदेश के इंदौर से ऋषिकेश घूमने आए यात्रियों के लिए मंगलवार का दिन कभी न भूलने वाला बन गया। इन यात्रियों की किस्मत अच्छी थी कि समय रहते इनकी जान बच गई। दरअसल बीन नदी में बरसात के दिनों में अचानक उफान आ जाता है, जिससे यहां वाहन फंस जाते हैं। मंगलवार सुबह इस बस के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। बस में सवार यात्रियों के गु्रप लीडर हेमराज ठाकरे ने बताया कि सुबह छह बजे के करीब ज्यादातर यात्री नींद में थे। जैसे ही बस रपटे में बहकर खड्ड में फंसी तो यात्रियों की नींद खुल गई।
खिड़कियों से झांक कर देखा तो बस के चारों ओर पानी ही पानी था। मुख्य दरवाजे की ओर तेज बहाव और गहराई अधिक होने के कारण यहां से बाहर उतर पाना संभव नहीं था, जिसके बाद यात्रियों को इमरजेंसी दरवाजे व चालक के दरवाजे से बाहर निकाला गया। दल के सदस्य देवराम केवट, संदीप, सोनू, रुक्मणी देवी, पार्वती बाई ने बताया कि वह घबरा गए थे। मगर, स्थानीय लोगों व पुलिस ने उन्हें सकुशल बाहर निकाल दिया, इसके बाद उफान में फंसी बस की चिंता सताने लगी। मगर, करीब चार घंटे बाद जब बस को बाहर निकाला गया तो सभी ने राहत की सांस ली।
बैराज-चीला मार्ग पर आवाजाही रोकी
मंगलवार सुबह बीन नदी के उफान में यात्रियों से भरी बस के फंसने के बाद पुलिस ने इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी। दरअसल ऋषिकेश-हरिद्वार मार्ग पर फोर लेन के अधूरे काम से यहां जाम की स्थिति बन रही है।
कांवड़ यात्रियों के वाहनों की आमद के कारण इन दिनों जाम की स्थिति और भी विकराल होने लगी है। जबकि बैराज-चीला मोटर मार्ग ऋषिकेश-हरिद्वार के बीच वैकल्पिक मार्ग है। मंगलवार को बीन नदी में उफान के बाद पुलिस ने इस मार्ग से वाहनों की आवाजाही रोक दी। थाना प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि जलस्तर सामान्य होने के बाद ही यहां से यातायात खोला जाएगा।
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