उत्तराखंड में भाजपा की फिर पुराने नेतृत्व की ओर निगाहें!
उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अब भाजपा फिर से पुराने नेतृत्व को ही आगे लाने में जुट गई है।
देहरादून [जेएनएन]: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए अब भाजपा की निगाहें फिर पुराने नेतृत्व की ओर टिकती नजर आ रही हैं। भाजपा करीब पिछले एक वर्ष से प्रदेश में सेकेंड लाइन लीडरशिप विकसित करने में जुटी है, मगर इस प्रयोग के उत्साहजनक नतीजे न मिलने के कारण पार्टी हाईकमान के रुख में भी बदलाव महसूस किया जा रहा है।
पढ़ें:-
चूंकि, आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने राज्य की मौजूदा कांग्रेस सरकार के कथित भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बनाने जा रही है, ऐसे में स्वच्छ छवि वाले पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी को भाजपा चुनाव अभियान की कमान सौंप सकती है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आगामी 25 जून को हरिद्वार में विधानसभा चुनाव का शंखनाद करने जा रहे हैं। जाहिर है अपने दो दिनी उत्तराखंड दौरे में राष्ट्रीय अध्यक्ष स्थानीय नेताओं के साथ चुनावी रणनीति पर भी मंथन करेंगे।
पढ़ें:- अमित शाह के उत्तराखंड दौरे पर मुहर, 25 जून को हरिद्वार में करेंगे रैली
शाह के इस दौरे से पहले ही आगामी चुनाव में भाजपा के संभावित चेहरे को लेकर भी कयासों का दौर शुरू हो गया। पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा हाईकमान की निगाहें एक बार फिर से पुराने स्थानीय नेताओं पर टिकती दिख रही हैं। हालांकि पिछले करीब एक वर्ष से भाजपा प्रदेश में द्वितीय पंक्ति का नेतृत्व विकसित करने में जुटी है।
अलबत्ता, पार्टी हाईकमान के इस प्रयोग के उत्साहजनक नतीजे नहीं दिखाई दिए। प्रदेश में राजनीतिक अनिश्चितता के संकट का घटनाक्रम हो या फिर राज्यसभा सीट का चुनाव, पार्टी का स्थानीय नेतृत्व दोनों ही राजनीतिक घटनाक्रम में खुद को साबित करने में नाकाम नजर आया।
दो विधायकों की बगावत से पार्टी की फजीहत हुई, सो अलग। राज्य की मौजूदा कांग्रेस सरकार के खिलाफ घपले, घोटाले, भ्रष्टाचार व स्टिंग जैसे कई बड़े मुद्दे होने के बावजूद विपक्ष भाजपा सरकार की घेराबंदी करने में पूरी तरह सफल भी होती नहीं दिखाई दी।
प्रदेश का कोई स्थानीय भाजपा नेता भी खुद को मुख्यमंत्री हरीश रावत के समकक्ष स्थापित करने में सफल नहीं रहा।
पढ़ें:- मोदी दाज्यू ने उत्तराखंड के बजट पर लगाई चाबी : सीएम हरीश रावत
आगामी चुनाव में कांग्रेस मुख्यमंत्री हरीश रावत को स्वाभाविक तौर पर अपना चेहरा बनाएगी। ऐसे में भाजपा के सामने भी विधानसभा चुनाव में हरीश रावत जैसे बड़े व कद्दावर चेहरे को सामने लाने की मजबूरी है। भाजपा का यह कद्दावर चेहरा कौन होगा, यह लाख टके का सवाल है।
माना जा रहा है कि भाजपा विधानसभा चुनाव में रावत सरकार के भ्रष्टाचार को ही मुख्य मुद्दा बनाने जा रही है। इस दृष्टि से स्वच्छ छवि वाले पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी का दावा भी मजबूत माना जा रहा है। हालांकि, उनकी उम्र इस मामले में आड़े आ सकती है।
पढ़ें:- उत्तराखंड में भाजपा फिर से राष्ट्रपति शासन की कर रही है साजिश: किशोर