Move to Jagran APP

गरमाई सियासत, उत्त्तराखंड में भाजपा भी नए जिलों के समर्थन में उतरी

प्रदेश सरकार की सूबे में आठ नए जिलों के गठन की तैयारी को देखते हुए अब भाजपा भी इसके समर्थन में उतर आई है। हालांकि पार्टी ने मांग की है कि पहले उन जिलों का निर्माण किया जाए, जिन्हें पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने घोषित किया था।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 31 May 2016 10:42 AM (IST)Updated: Tue, 31 May 2016 10:47 AM (IST)
गरमाई सियासत, उत्त्तराखंड में भाजपा भी नए जिलों के समर्थन में उतरी

देहरादून। प्रदेश सरकार की सूबे में आठ नए जिलों के गठन की तैयारी को देखते हुए अब भाजपा भी इसके समर्थन में उतर आई है। हालांकि पार्टी ने मांग की है कि पहले उन जिलों का निर्माण किया जाए, जिन्हें पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने घोषित किया था।
सूबे की कांग्रेस सरकार ऐन विधानसभा चुनाव से पहले आठ नए जिलों के गठन की तैयारी में है। नई प्रशासनिक इकाइयों के गठन के लिए बने आयोग ने नए जिलों का खाका तैयार कर लिया है और इससे संबंधित प्रस्ताव जल्द कैबिनेट के समक्ष लाए जाने की संभावना है।

loksabha election banner

पढ़ें-उत्तराखंडः मंत्री पद के तलबगारों को अभी करना होगा इंतजार
गौरतलब है कि वर्ष 2011 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने चार नए जिलों के निर्माण की घोषणा की थी, मगर चंद महीनों बाद सूबे में सत्ता परिवर्तन के कारण यह घोषणा धरातल पर नहीं उतर पाई। ठीक इसी तर्ज पर अब कांग्रेस नए जिलों का निर्माण कर विधानसभा चुनाव में इसका लाभ लेने की रणनीति पर चल रही है।

पढ़ें-उत्तराखंडः विनियोग विधेयक पर कम नहीं हुई सरकार की मुश्किलें, राजभवन को भेजा पत्र
नए जिलों की मांग के पक्ष में जनमत को देखते हुए अब भाजपा भी इसकी पैरोकारी में उतर आई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि यदि राज्य सरकार प्रदेश में नए जिले बनाती है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन राज्य सरकार प्रदेश में भाजपा शासन के समय जिन चार जिलों को बनाने का जो निर्णय लिया गया था, पहले उन्हें बनाए।

पढ़ें-उत्तराखंड के सीएम की हवाई यात्रा का किराया तीन करोड़ 61 लाख
भट्ट ने कहा कि भाजपा छोटी प्रशासनिक इकाइयों के पक्ष में रही है। भाजपा सरकार के दौरान चार जिलों कोटद्वार, यमुनोत्री, रानीखेत और डीडीहाट बनाने का निर्णय हुआ था, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस सरकार के आने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा से संबंधित निर्णय रद कराए। अब यदि कांग्रेस नए जिले बनाने की सोच रही है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन कांग्रेस, भाजपा सरकार के समय तय जिलों को पहले बनाए।

पढ़ें- मिशन 2017: कुमाऊं से शुरू होगा भजापा का चुनावी शंखनाद, 26 जून को हल्द्वानी में होगी रैली


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.