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उत्तराखंड के नए डीजीपी बने अनिल रतूड़ी, शासनादेश जारी

शासन ने 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी अनिल कुमार रतूड़ी को सूबे का नया पुलिस महानिदेशक बनाने का आदेश जारी कर दिया।

By BhanuEdited By: Published: Sat, 22 Jul 2017 08:53 AM (IST)Updated: Sat, 22 Jul 2017 08:27 PM (IST)
उत्तराखंड के नए डीजीपी बने अनिल रतूड़ी, शासनादेश जारी
उत्तराखंड के नए डीजीपी बने अनिल रतूड़ी, शासनादेश जारी

देहरादून, [जेएनएन]: शासन ने 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी अनिल कुमार रतूड़ी को सूबे का नया पुलिस महानिदेशक बनाने का आदेश जारी कर दिया। राज्यपाल डा. केके पॉल की मंजूरी के बाद गृह सचिव विनोद शर्मा ने इसके आदेश किए। 

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वर्तमान महानिदेशक एमए गणपति को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपर महानिदेशक केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के पद पर तैनाती दी है। 24 जुलाई को गणपति के कार्यमुक्त होने के साथ ही नये डीजीपी रतूड़ी को पदभार ग्रहण करने को कहा गया है। 

एमए गणपति के लिए केंद्र के आदेश आने के बाद से उत्तराखंड में नए पुलिस महानिदेशक को लेकर चर्चाएं तेजी से चल रही थी। वरिष्ठता और अनुभव को देखते हुए महानिदेशक सतर्कता का कार्य देख रहे अनिल रतूड़ी इस दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे थे। 

रतूड़ी इस समय सूबे में सबसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हैं। इतना ही नहीं केवल वे ही डीजी पद के लिए तीस साल की अनिवार्य सेवा की पात्रता को पूरा भी कर रहे हैं। 

बता दें कि पुलिस महानिदेशक एमए गणपति 1986 बैच के आइपीएस हैं। उन्होंने 30 अप्रैल 2016 को उत्तराखंड के डीजीपी का पद संभाला था। उस वक्त इस पद के मुख्य दावेदार के रूप में 1982 बैच के आइपीएस एसके भगत माने जा रहे थे, मगर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर होने के कारण उन्होंने इसमें रुचि नहीं दिखाई। 

भगत बीती 30 जून को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। मौजूदा डीजीपी एमए गणपति का कार्यकाल करीब सवा साल का ही रहा। वह निर्विवाद छवि के अधिकारी रहे। यही कारण माना जा रहा कि केंद्रीय डेपुटेशन पूरा कर डीजीपी का पद संभालने वाले गणपति को कार्यकाल के मात्र सवा साल बाद ही फिर से केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर बुला लिया गया। गणपति को कांवड़ यात्रा तक रुकने को कहा गया था। 

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