उत्तराखंड में चुनाव से पहले 50 हजार वोटरों के नाम पर चली कैंची
उत्तराखंड में करीब 50 हजार वोटरों के नाम पर निर्वाचन आयोग की मशीनरी ने कैंची चला दी है। ज्यादातर नाम वोटरों के अन्यत्र शिफ्ट हो जाने के चलते हटाए गए हैं।
देहरादून, सुमन सेमवाल। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव से पहले ही करीब 50 हजार वोटरों के नाम पर निर्वाचन आयोग की मशीनरी ने कैंची चला दी है। ज्यादातर नाम वोटरों के अन्यत्र शिफ्ट हो जाने के चलते हटाए गए हैं। ऐसे में क्षेत्र विशेष से दूर हुए यह मतदाता किस करवट बैठेंगे, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, मगर इतना जरूर है कि किसी भी सीट पर टक्कर कड़ी होने की दशा में ये वोटर हार-जीत का गणित जरूर बिगाड़ सकते हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार पांचों सीटों पर 49 हजार 390 मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं। बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के सर्वे के आधार पर मतदाताओं के नाम पर कैंची चलाई गई है। सर्वाधिक नाम पौड़ी लोकसभा सीट के विधानसभा क्षेत्रों से काटे गए हैं और इसके बाद नैनीताल सीट का स्थान दूसरा है, जबकि सबसे कम नाम हरिद्वार लोकसभा सीट से कटे हैं। इसका आशय यह भी हुआ कि हरिद्वार सीट पर मतदाताओं का माइग्रेशन सबसे कम हुआ है और यहां लंबे समय से सक्रिय दावेदारों को इसका लाभ मिल पाएगा।
लोकसभावार काटे गए नाम
लोकसभा सीट, मतदाता संख्या
पौड़ी, 13581
नैनीताल, 10942
टिहरी, 9774
अल्मोड़ा, 8601
हरिद्वार, 6492
बदरीनाथ क्षेत्र से हटे सर्वाधिक वोटर
पौड़ी लोकसभा सीट के बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 2087 वोटरों के नाम काटे गए हैं। इसके बाद इसी सीट के थराली क्षेत्र से मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। वहीं, पांच सीटों पर पांच ही ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां 1200 से अधिक वोटरों के नाम पर कैंची चली है। दूसरी तरफ हरिद्वार लोकसभा सीट पर हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र में महज 23 मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं।
इन विस क्षेत्रों में सबसे अधिक नाम कटे
बदरीनाथ, 2087
थराली, 1774
देहरादून कैंट, 1489
किच्छा, 1422
रामनगर, 1299
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