ऑल वेदर रोड की तर्ज पर कोटद्वार-श्रीनगर राजमार्ग
विकास धूलिया, देहरादून राज्य गठन के सत्रह साल बाद भी उपेक्षित कोटद्वार-श्रीनगर सड़क मार्ग के दिन अब
विकास धूलिया, देहरादून
राज्य गठन के सत्रह साल बाद भी उपेक्षित कोटद्वार-श्रीनगर सड़क मार्ग के दिन अब बहुरने वाले हैं। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 119 के कोटद्वार से श्रीनगर तक के 150 किमी के हिस्से को ऑल वेदर रोड की तर्ज पर तैयार करने की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। अब कोटद्वार- श्रीनगर सड़क मार्ग को डबल लेन बनाया जाएगा और इसकी लागत लगभग 1500 करोड़ रुपये आएगी। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए लोक निर्माण विभाग ने कवायद भी प्रारंभ कर दी है, जिसके तहत भूमि हस्तांतरण से संबंधित मसलों पर कार्यवाही चल रही है।
कोटद्वार-पौड़ी-श्रीनगर राजमार्ग के इस हिस्से के ऑल वेदर रोड की तर्ज पर विकसित करने के पीछे सरकार की मंशा इसे चारधाम यात्रा मार्ग से जोड़ने की है। असल में चारधाम यात्रा ऋषिकेश से प्रारंभ होती है। चारधाम यात्रा के लिए कोटद्वार-श्रीनगर मार्ग भी एक अहम विकल्प है लेकिन अभी इसका समुचित इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। ऐसे में अगर कोटद्वार-श्रीनगर सड़क दुरुस्त हो जाती है तो इससे यात्रियों को सहूलियत मिलेगी और तब इसे चारधाम यात्रा मार्ग के रूप से ज्यादा श्रद्धालु प्रयोग कर सकेंगे। इसी को देखते हुए सड़क को डबल लेन करने की कवायद की जा रही है।
लोनिवि के अधीक्षण अभियंता हरिओम शर्मा के मुताबिक सड़क की करीब 1500 करोड़ की डीपीआर तैयार हो गई है। इसके तहत सड़क न सिर्फ डबल लेन होगी, बल्कि तमाम मोड़ों का चौड़ीकरण भी होगा। अभी तक यह मार्ग सिंगल लेन है। उन्होंने बताया कि सड़क का निर्माण कार्य ठीक उसी तर्ज पर होगा, जिस तर्ज पर ऑल वेदर रोड का निर्माण होना है। वर्तमान में इसके लिए भूमि हस्तांतरण से संबंधित मसलों पर कार्य चल रहा है।
'केंद्र सरकार ने कोटद्वार-श्रीनगर मार्ग को ऑलवेदर रोड की तरह की सुव्यवस्थित रूप से विकसित करने की मंजूरी प्रदान कर दी है। संभवतया इस हिस्से को भी ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट में शामिल कर लिया जाएगा। सड़क मार्ग बन जाने से कोटद्वार-पौड़ी होते हुए चार धाम यात्रा को सुचारू रूप से संचालित किया जा सकगा।'
-सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री, उत्तराखंड सरकार।