Move to Jagran APP

परिसंपत्तियों के बंटवारे को जुलाई में मिलेंगे योगी और त्रिवेंद्र

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर जुलाई में दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की बैठक होगी। इसमें 18 से अधिक विभागों की देनदारी पर चर्चा की जाएगी।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 28 Jun 2017 10:38 AM (IST)Updated: Wed, 28 Jun 2017 09:18 PM (IST)
परिसंपत्तियों के बंटवारे को जुलाई में मिलेंगे योगी और त्रिवेंद्र
परिसंपत्तियों के बंटवारे को जुलाई में मिलेंगे योगी और त्रिवेंद्र

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर जुलाई में दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की बैठक होगी। इस बैठक में राज्य गठन के बाद से ही परिसंपत्ति बंटवारे के लंबित मुद्दों के सुलझने के आसार है। हालांकि अभी इस बैठक की तिथि तय नहीं है लेकिन इससे पहले एक जुलाई को दोनों प्रदेशों के मुख्यसचिवों के बीच बैठक होनी प्रस्तावित है। इस बैठक में 18 से अधिक विभागों की परिसंपत्ति व देनदारी पर चर्चा की जाएगी। 

loksabha election banner

उत्तराखंड के अलग राज्य बनने के बाद से ही परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। दरअसल, उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश से अलग कर नया राज्य बनाया गया तो यहां की प्रशासनिक और आर्थिक व्यवस्था को चलाने के लिए दोनों के बीच परिसंपत्तियों का बंटवारा हुआ। इस बंटवारे के बाद भी उत्तराखंड के कई विभागों को उनकी पूरी परिसंपत्ति नहीं मिल पाई। 

इसका कारण दोनों प्रदेशों के बीच विवाद रहा। यहां तक कि कुछ मामले न्यायालय में भी विचाराधीन हैं। प्रदेश में आने वाली कई सरकारों ने इस दिशा में पहल की, लेकिन बात बहुत आगे नहीं बढ़ पाई। 

उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद अब इस दिशा में सकारात्मक पहल हुई है। इससे दोनों राज्यों के बीच वर्षो से लंबित परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद के समाधान की उम्मीद भी जगी है। दरअसल, मुख्यमंत्री पद ग्रहण करने के कुछ समय बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तर प्रदेश गए और वहां के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मुलाकात की। 

दोनों के बीच परिसंपत्ति बंटवारे में आ रही दिक्कतों के समाधान को लेकर एक बैठक भी हुई। उसके बाद इस दिशा में सकारात्मक कदम भी उठे। हाल ही में उत्तर प्रदेश ने 33 नहरों व कुछ सरकारी कार्यालयों से अपना कब्जा छोड़ दिया है। 

दोनों प्रदेशों के मुख्य सचिवों और फिर मुख्यमंत्रियों के बीच होने वाली बैठक को देखते हुए शासन में इन दिनों तेजी से काम चल रहा है। मुख्य सचिव एस रामस्वामी स्वयं विभागों के साथ एक दौर की बैठक कर चुके हैं। अब सभी विभागों को विवादित परिसंपित्तयों पर अपना पूरा होमवर्क कर दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा गया है, ताकि बैठक में विवादित बिंदुओं पर प्रदेश सरकार की ओर से पुरजोर पैरवी की जा सके।

यह भी पढ़ें: विधायक निधि बढ़ाने की जगह किसानों का कर्ज हो माफ

यह भी पढ़ें: उत्तराखंडः जिलों में होंगे मंत्रियों के जनता दर्शन कार्यक्रम

यह भी पढ़ें: उत्‍तराखंड: जनता को दिलाया विश्वास, पूरे हो रहे हैं वादे


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.