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अब राज्य में निखरेगा शिक्षकों का हुनर

राज्य ब्यूरो, देहरादून सरकारी स्कूलों में संसाधन विकसित करने के साथ ही राज्य सरकार शिक्षण की गुणवत

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 May 2017 01:00 AM (IST)Updated: Sun, 28 May 2017 01:00 AM (IST)
अब राज्य में निखरेगा शिक्षकों का हुनर
अब राज्य में निखरेगा शिक्षकों का हुनर

राज्य ब्यूरो, देहरादून

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सरकारी स्कूलों में संसाधन विकसित करने के साथ ही राज्य सरकार शिक्षण की गुणवत्ता को भी बेहतर करने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अब सरकार स्कूली शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों और नवीन शिक्षण पद्धति से लैस करेगी। इसके लिए शिक्षकों अब दिल्ली की दौड़ भी नहीं लगानी होगी। अब देहरादून में ही स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन मैनेजमेंट एंड ट्रेनिंग(सीमैट) के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। अभी तक नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन (न्यूपा) के माध्यम से ये प्रशिक्षण आयोजित किए जाते थे।

राज्य के सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार को लेकर राज्य सरकार कई पहल कर रही है। स्कूलों से टाट पंट्टी समाप्त कर फर्नीचर मुहैया कराया जा रहा है, शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है और मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए केंद्रीय रसोई की व्यवस्था की जा रही है। इसी कड़ी में सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए भी प्रयास तेज कर दिए हैं। इसी क्रम में अब देहरादून स्थित सीमैट के माध्यम से शिक्षकों के हुनर को तराशा जाएगा। इसके लिए सरकार ने हरी झंडी दे दी है। सीमैट शिक्षकों के लिए विशेष लघु अवधि कोर्स संचालित करेगा।

कक्षा 6 से 12वीं तक के स्कूलों में अध्यापन करा रहे शिक्षकों नई तकनीकों और बेहतर शिक्षण प्रदान करने की शैली से रूबरू कराने के लिए हर साल दिल्ली स्थित न्यूपा के माध्यम से शिक्षकों को एक से तीन माह तक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। अब दिल्ली में इतनी अवधि तक रहने की फजीहत से राज्य के शिक्षकों को निजात मिलेगी। सीमैट को प्रशिक्षण कोर्स संचालित करने के लिए अधिकृत किए जाने के बाद राज्य के शिक्षकों दिल्ली की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। इससे आर्थिक लाभ तो होगा ही, साथ ही दिल्ली जाने से बचने के लिए प्रशिक्षण में उपस्थिति कम रहने की समस्या भी कम होगी।

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'न्यूपा शिक्षकों और अधिकारियों की अकादमिक और प्रशासनिक क्षमता में संव‌र्द्धन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करती थी। अब ये कोर्स सीमैट के माध्यम से राज्य में ही आयोजित किए जाएंगे। ऐसे में अधिकतम शिक्षकों को इससे जोड़ा जा सकेगा। इससे समय की बचत होने के साथ ही शिक्षकों के लिए बेहतर अवसर तैयार होंगे।'

-अरविंद पांडेय, विद्यालयी शिक्षा मंत्री


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