श्रीमद् भागवत है परमात्मा का साक्षात स्वरूप
देहरादून: तुलसी प्रतिष्ठान तिलक रोड में चल रहे भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का रविवार को समापन हो गया। कथा व
देहरादून: तुलसी प्रतिष्ठान तिलक रोड में चल रहे भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का रविवार को समापन हो गया। कथा व्यास पंडित सुभाष जोशी ने कहा कि तन्मयता से भागवत का श्रवण करने से राजा परीक्षित को भी मोक्ष मिला था। अगर हम तन्मयता से ग्रंथ का श्रवण करेंगे तो स्वत: ही यह जीवन में आत्मसात हो जाएगा। यह सिर्फ एक ग्रंथ नहीं है, बल्कि परमात्मा का साक्षात स्वरूप है।
उन्होंने कहा कि आज बच्चे बड़ों का आदर नहीं करते। इससे अभिभावक अक्सर परेशान रहते हैं, लेकिन क्या हमने सोचा कि यह स्थिति क्यों बनी। क्योंकि हम भौतिकवाद और आधुनिकता में अध्यात्म को भूल गए हैं। भगवान की आराधना हम इसलिए करते हैं कि हमारी इच्छाओं की पूर्ति हो। हमें बच्चों को श्रीमद् भागवत का श्रवण करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस मौके पर सुधीर जैन, संजय गर्ग, आलोक जैन, शिवम गुप्ता, ऋचा जैन, मनोज गैरोला, सीताराम भट्ट, विशालमणि, महेश नैनवाल आदि मौजूद रहे।