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रैगिंग की खिलाफत करने वाले छात्र होंगे सम्मानित

जागरण संवाददाता, देहरादून: रैगिंग के खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों को इसके लिए सम्मानित किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Apr 2017 09:25 PM (IST)Updated: Fri, 21 Apr 2017 09:25 PM (IST)
रैगिंग की खिलाफत करने वाले छात्र होंगे सम्मानित
रैगिंग की खिलाफत करने वाले छात्र होंगे सम्मानित

जागरण संवाददाता, देहरादून: रैगिंग के खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों को इसके लिए सम्मानित किया जाएगा। ऐसे छात्र न सिर्फ सम्मानित किए जाएंगे, बल्कि उन्हें इसका लाभ आंतरिक मूल्यांकन में भी मिलेगा। जिसके लिए उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्ध व संघटक कॉलेज पूर्व छात्रों के आचरण के संबंध में नए छात्रों से गुप्त मतदान कराएंगे।

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उत्तराखंड तकनीकी विवि ने संबद्ध व संघटक कॉलेजों को रैगिंग रोकने की सख्त हिदायत दी है। उन्हें एंटी रैगिंग सेल को प्रभावी बनाने व शिकायतों के निस्तारण के लिए एक सुलभ तंत्र विकसित करने को कहा गया है। फरवरी में राजभवन ने विश्वविद्यालयों को इस विषय पर सख्त रुख अपनाने की हिदायत दी थी। इसी क्रम में अब तकनीकी विश्वविद्यालय ने संबद्ध व संघटक कॉलेजों को निर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि कॉलेज रैगिंग के संबंध में संस्थान स्तर पर की गई कार्रवाई की समीक्षा से विश्वविद्यालय को भी अवगत कराए। समस्त कॉलेजों को अपने परिसर में सूचना पट पर हेल्पलाइन नंबर भी अंकित करने होंगे। ताकि छात्र-छात्राएं हेल्पलाइन पर अपनी शिकायतें दर्ज करा पाएं। सहायक कुलसचिव जीएस बिष्ट की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि संस्थान सत्र आरंभ होते ही फ्रेशर पार्टी के स्थान पर शिक्षक-अभिभावक एवं छात्रों के साथ परिचय समारोह का आयोजन करें। ताकि छात्र संस्थान के आचरण व नियमों के संबंध में जानकारी प्राप्त कर उनका अनिवार्य रूप से पालन करें। इसके अलावा शिक्षक-अभिभावक बैठक भी समय-समय पर आयोजित करने के निर्देश संस्थानों को दिए गए हैं। विवि ने कॉलेजों को प्रवेश, निकासी द्वार, हॉस्टल, कार्यालय व कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरा लगाकर मॉनीट¨रग के निर्देश भी दिए हैं। सहायक कुलसचिव जीएस बिष्ट द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि विवि ने स्वयं भी एक शिकायत निवारण कमेटी का गठन किया हुआ है। छात्र द्दह्मद्बद्ग1ड्डठ्ठष्द्ग@ह्वद्मह्लद्गष्द्ध.ड्डष्.द्बठ्ठ के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कॉलेजों को ड्रेस कोड का भी अनिवार्य रूप से पालन कराने को कहा गया है।


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