नौ सेना के शौर्य और पराक्रम को किया याद
जागरण संवाददाता, देहरादून: राष्ट्रीय जलसर्वेक्षण कार्यालय देहरादून में शुक्रवार को 'एटहोम' समारोह का
जागरण संवाददाता, देहरादून: राष्ट्रीय जलसर्वेक्षण कार्यालय देहरादून में शुक्रवार को 'एटहोम' समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान नौ सेना के आधुनिक व प्राचीन उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगाई गयी। प्रदर्शनी के माध्यम से लोग न सिर्फ जलसर्वेक्षण कार्य, बल्कि नौ सेना की शौर्य गाथा से भी रूबरू हुए।
मुख्य अतिथि राज्यपाल डॉ. केके पाल ने कहा कि समुद्री सीमाओं के सशक्त प्रहरी भारतीय नौ सेना हमारे देश का गौरव है। जिसकी क्षमता, दक्षता, कुशलता तथा शौर्य ने उसे विश्व की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में अग्रणी रखती है। उनके इस साहस के आगे दुश्मन हमारी सीमाओं पर बुरी नजर रखने का दु:साहस नही जुटा पाता।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने नौ सेना के आधुनिक एवं प्राचीन उपकरणों की प्रदर्शनी व राष्ट्र के विभिन्न सीमाओं के चित्र एवं रेखाओं का अवलोकन किया। उन्होंने नौ सेना के अधिकारियों एवं सैनिकों को नौ सेना दिवस की शुभकामनाएं दी। साथ ही समस्त अधिकारियों, भूतपूर्व अधिकारियों एवं उनके परिवारों की कुशलक्षेम भी पूछी।
इससे पूर्व मुख्य जलसर्वेक्षक रियल एडमिरल विनय बधवार सहित नौ सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान से किया गया। इसकेउपरांत सूर्यास्त के समय राष्ट्रीय व नौसेना के ध्वज का विशेष विधिवत सैन्य धुन के साथ अवरोहण किया गया। 4 वीं कुमाऊं रेजीमेंट के बैंड की स्वरलहरियों पर वातावरण संगीतमय हो गया। राज्यपाल ने इस दौरान मानचित्रों के ऑनलाइन कैटलॉग का भी शुभारंभ किया। कार्यक्रम में नेवी वाइफ्स वेलफेयर एसोसिएशन देहरादून की अध्यक्ष अमृता बधवार, रिटायर्ड ले जनरल ओपी कौशिक, उत्तराखंड पूर्व सैनिक अर्द्ध सैनिक संयुक्त संगठन के उपाध्यक्ष माधवानंद बंदूनी, पूर्व नौ सैनिक समिति के अध्यक्ष डॉ. बिमलकांत नौटियाल समेत कई सेवारत व सेवानिवृत्त सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी उपस्थित रहे। वहीं, नौ सेना दिवस के कार्यक्रमों की श्रृंखला में एक रक्तदान शिविर व स्कूली छात्रों के लिए क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। क्विज में आर्मी पब्लिक स्कूल बीरपुर प्रथम व आर्यन स्कूल दूसरे स्थान पर रहा।